पाना चाहते हैं जीवन में सफलता तो जरूर अपनाएं भोजन से जुड़े ये 5 नियम

हिन्दू धर्म में हर एक काम के लिए कुछ खास नियम और कायदे बनाए गए है जिसका पालन करने से हमें सुख-शान्ति की अनुभूति होती है। हम अपने दैनिक जीवन में तमाम तरह की क्रियाएं करते हैं जैसे  स्नान करना, पूजा करना और भोजन ग्रहण करना आदि। हमारे शास्त्रों में भोजन करने से संबंधित कुछ नियम बताएं गए है जिसका पालन करने से हम अपने जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। आइए जानते हैं इन नियमों के बारे में।

भविष्य पुराण में भोजन ग्रहण करने से संबंधित कुछ नियम बताएं गए है जिसके अनुसार भोजन ग्रहण करने से पहले हमें अच्छी तरह से आपने हाथ और नाखुनों को साफ कर लेना चाहिए। हिन्दू धर्म के अनुसार हमारा शरीर भूमि, जल, अग्नि, आकाश, वायु, जैसे तत्वों से मिलकर बना है और हाथों के अंगुलियां इन्हीं का प्रतिनिधित्व करती हैं। जब हम अपने पांचों अंगुलियों का इस्तेमाल करते है तो इन पांच तत्वों के माध्यम से हमारे शरीर को ऊर्जा प्राप्त होती है जिसे कारण हमें अच्छा स्वास्थ्य प्राप्त होता है।
 

सनातन धर्म में हमेशा से भोजन को आदर-सम्मान के साथ व्यवहार करने के बारे में कहा गया है। इसलिए भोजन करने से पहले भगवान का धन्यवाद करना चाहिए और अन्न की देवी मां अन्नापूर्णा को प्रणाम करना चाहिए।

हिन्दू शास्त्रों में भोजन करने से पहले भोजन मंत्र का उच्चारण करने के बारे में बताया गया है। इस उच्चारण से हमारे शरीर को ऊर्जा प्राप्त होती है जिससे कि भोजन सही तरीके से पच जाता है।
धन की हानि से बचने के लिए भोजन हमेशा से एक ही स्थान पर बैठकर करना चाहिए। 

यदि किसी कारणवश आपको भोजन को त्याग करना पड़े तो दोबारा उस भोजन को नहीं ग्रहण करना चाहिए इससे आयु कम होती है।

 
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