कुंवारेपन को बॉय-बॉय करने से पहले ये काम करती हैं लड़कियां

कुंवारेपन को बॉय-बॉय करने के पहले ये करती हैं लड़कियां
कुंवारेपन को बॉय-बॉय करने के पहले ये करती हैं लड़कियां

शादी से पहले बैचलर पार्टी का क्रेज है।  अब मेट्रो सिटी में महिलाओं में भी बैचलर पार्टी करने का चलन बढ़ने लगा है। महिलाएं बेहद ही खास अंदाज में कुंवारी जिंदगी के आखिरी पड़ाव को जीती हैं।महिलाओं की बैचलर पार्टी में पुरुषों की नो-इंट्री होती है। लड़कियों की बैचलर पार्टी बेहद ही अजीबो-गरीब होती है।

शादी से पहले बैचलर पार्टी

शराब, सिगरेट तो पार्टी में चलती ही है, इसके अलावा इस मौके पर होने वाली दुल्हन, जो केक काटती है वो पुरुष के प्राइवेट पार्ट के आकार का होता है। केक काटने के बाद शुरू होती है इन लड़कियों की मस्ती। दिल्ली की रहने वाली रश्मि की मानें तो पार्टी के लिए पुरुष स्ट्रिपर को बुलाया जाता है।

रश्मि के मुताबिक इसके लिए पता होना चाहिए कि ये कैसे करना है। जिन लड़कियों को नहीं मालूम है, उन्हें थोड़ी देर की ट्रेनिंग भी दी जाती है। इस पार्टी के आयोजन में 15-20 हजार रुपए का खर्च आता है, जो आपसी सहयोग से पूरा कर लिया जाता है। पार्टी यदि बड़ी हो तो बजट बढ़ जाता है।

अजीबो-गरीब सजावट, अजीब कपड़े, लिंग के आकर का केक, यहां तक कि पुरुष स्ट्रिपर के साथ दुल्हन अपने कुंवारेपन को अलविदा कहने में जरा भी संकोच नहीं करती हैं। पुरुषों की तरह लड़कियां भी बैचलर पार्टी का इंतजाम शादी की तारीख तय होने के साथ ही कर लेती हैं। दुल्हन अपनी सबसे खास सहेलियों को पार्टी के लिए बुलाती हैं।

जो इस बैचलर पार्टी को इंज्वाय कर सकती हैं। इतना ही नहीं, इस पार्टी के सीक्रेट को भी किसी से साझा नहीं करती हों। उन दोस्तों को होने वाली दुल्हन इस पार्टी के लिए बुलाती है। यही वजह है कि इस तरह कि पार्टी के आयोजन के लिए सार्वजनिक रूप से कोई आयोजक सामने नहीं आता। लेकिन गुपचुप तरीके से पूरा इंतजाम कर देता है।

शादी और इस तरह की पार्टी आयोजित करने वाली आकांक्षा और रश्मि कहती हैं कि आमतौर पर यह पार्टी अमीर घरानों के बच्चों की होती है। जहां रीति-रिवाज और परम्परा का दबाव कम होने के साथ बच्चों को वक़्त-बेवक़्त आने-जाने की छूट रहती है। हालांकि, धीरे-धीरे यह मध्यमवर्गीय परिवार में भी बढ़ने लगा है। आकांक्षा कहती हैं कि यह पार्टी कुवांरी लड़कियों की होती है। इसके आयोजन के लिए उपयुक्त  जगह पार्टी में शामिल होने वाली लड़कियों में किसी का घर ही होता है। जब घर पर कोई न हो, तो दोस्तों को बुलाने के बहाने माहौल को मदहोशी में बदल दिया जाता है।

 
 
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