यूपी-उत्तराखंड में 100 के पार हुई जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या, 175 आरोपी गिरफ्तार

लखनऊ। जहरीली शराब के कारण उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में मरने वालों की संख्या 100 के पार पहुंच गई है। अब तक यूपी के सहारनपुर में 64, कुशीनगर में 8 और उत्तराखंड के हरिद्वार और रुड़की में 31 लोगों की मौत हो चुकी है। जहरीली शराब से दोनों राज्यों में इतनी बड़ी संख्या में मौत के बाद हड़कंप मच गया है। इस मामले में अब तक 175 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि 297 मुकदमे दर्ज हुए हैं।

सैकड़ों की संख्या में हुई मौत के बाद योगी सरकार ने अवैध शराब का कारोबार करने वालों के खिलाफ अभियान चलाना शुरू कर दिया है। यूपी के सहारनपुर, रायबरेली, जालौन, प्रतापगढ़, सिद्धार्थनगर, मऊ, ललितपुर, आगरा, सीतापुर, बिजनौर, वाराणसी, कौशांबी, झांसी और एटा आदि जिलों में अभियान चलाकर अब तक 9 हजार लीटर कच्ची शराब जब्त की जा चुकी है।

सहारनपुर से आबकारी अधिकारियों ने 405 लीटर अवैध शराब जब्त की है। अब तक जानकारी में सामने आया है कि शराब को ज्यादा नशीली बनाने के लिए रैट पॉइजन (चूहेमार दवा) मिलाई जाती थी। मेरठ के अस्पताल में भी सहारनपुर के कुछ लोगों को भर्ती किया गया है। इस घटना की एफआईआर 3 अलग-अलग थानों में दर्ज हुई है। अब तक 30 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, इनमें से कुछ आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लागने की तैयारी भी चल रही है।

उत्तर प्रदेश सरकार इस मामले में अब तक सहारनपुर और कुशीनगर के 21 अधिकारियों को निलंबित कर चुकी है। इनमें 5 आबकारी कर्मचारी, कुशीनगर के तरयासुजान थाने के प्रभारी सहित 4 पुलिसकर्मी, सहारनपुर में नगला थाना प्रभारी सहित 10 पुलिस वाले और उत्तराखंड आबकारी के 13 अफसरों ससहित 3 पुलिसवाले शामिल हैं। शराब पीने वाले अधिकतर लोग मजदूर हैं, जो सस्ती मिलने के कारण मिलावटी या कच्ची शराब पी लेते हैं। यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ से शराब का अवैध कारोबार करने वालों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट लगाने के आदेश दिए हैं।

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