श्रीनगर: झेलम में निर्माणाधीन पुल के खंभे से टकरा कर पलटी नाव, छह की मौत

श्रीनगर के गंडबल बटवारा इलाके में बुधवार को दूसरे दिन भी तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। मंगलवार की सुबह झेलम नदी में नाव पलटने से छह लोगों की डूबने से मौत हो गई। जबकि 9 अन्य को बचा लिया गया। इनमें से तीन का अस्पताल में इलाज चल रहा है। तीन लोग अब भी लापता है।

मरने वालों में 4 स्कूली बच्चे बताए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि नाव पर 15 लोग सवार थे। इनमें से एक महिला, उसके दो बच्चे समेत पांच लोग एक ही मोहल्ले के रहने वाले हैं। शाम को इन सभी को सुपुर्दे खाक कर दिया गया।

एक प्रत्यक्ष दर्शी बशीर अहमद ने बताया कि पहाड़ों पर बारिश होने का कारण झेलम दरिया में रोज की तुलना में पानी अधिक था। घटना सुबह करीब 7.45 से 8 बजे के बीच घटी। जब एक नाव पर सवार करीब 15 लोग वहां से रवाना हुए। इनमें अधिकांश स्कूली बच्चे थे, जो स्कूल जा रहे थे। चालक ने किनारे से बंधी नाव की रस्सी काटी तो पानी का बहाव तेज होने के कारण चालक उसे संभाल नहीं सका और नाव अधूरे पड़े निर्माणाधीन पुल के पिलर से टकरा कर पलट गई।

नाव में सवार सभी लोग पानी में गिर गए। इसी समय वहां खड़े कुछ लोगों ने तुरंत तीन लोगों को निकाल लिया। हादसे की जानकारी पुलिस को दी गई। कुछ ही देर में एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और सेना की टीमें मौके पर पहुंच गईं और बचाव अभियान शुरू कर दिया गया। टीम ने 12 लोगों को रेस्क्यू किया। इसमें छह की मौत हो चुकी थी। तीन लोगों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया जबकि तीन अन्य को घर भेज दिया गया।

घटना की जानकारी मिलते ही मंडलायुक्त कश्मीर विजय कुमार विधूड़ी, आईजीपी कश्मीर वीके बिर्दी, श्रीनगर उपायुक्त बिलाल मोहिउद्दीन भट, एसएसपी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए और पूरे ऑपरेशन की निगरानी की।

नाव पर क्षमता की हो रही जांच
श्रीनगर के उपायुक्त भट ने बताया, तीन लोगों का इलाज अस्पताल में चल रहा है, उनकी हालत स्थिर है। नाव पर कितने लोग सवार थे यह अभी स्पष्ट नहीं है। हमारे पास अब तक जो जानकारी है वह यह है कि नाव पर सात नाबालिगों सहित 15 लोग सवार थे। बचाव अभियान जारी है। हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या नाव पर क्षमता से अधिक लोग सवार थे। भट ने कहा, हमने सोमवार को एक अलर्ट जारी किया था।

खतरे के निशान से नीचे बह रही थी झेलम
डीसी ने कहा, राम मुंशीबाग (श्रीनगर में) में झेलम का खतरे का स्तर 18 फुट है। जब स्तर 10 फीट से अधिक हो जाता है, तो हम प्रारंभिक चेतावनी जारी करते हैं और तटों के पास रहने वाले लोगों को सतर्क रहने के लिए कहते हैं। हालांकि यह खतरे के स्तर से नीचे बह रही थी और कल रात 10 बजे के आसपास बारिश भी रुक गई थी।

इनकी गई जान
शब्बीर अहमद भट , रजिया , गुलजार अहमद डार, फिरदौसा , तनवीर फैयाज और मुदस्सिर फैयाज। फिरदौसा तनवीर और मदस्सिर की मां थी।

एलजी ने हादसे पर जताया दुख, परिवारों को हर तरह की मदद के निर्देश
उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने घटना पर गहरा दुख जताते हुए एक्स पर अपने संदेश में कहा, “हादसे में हुई लोगों की मृत्यु से मुझे गहरा दुख हुआ है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वह उन्हें इस अपार क्षति को सहने की शक्ति दें। प्रशासन उन शोक संतप्त परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। जो लोग घायल हैं, उन्हें चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।

सभी राजनीति दलों ने परिवारों के प्रति जताई संवेदना
इस हादसे पर नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला, उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती,अपनी पार्टी के प्रमुख अल्ताफ बुखारी,भाजपा प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर,सीपीआई (एम) नेता एम वाई तारिगामी ने शोक संतप्त परिवारों के साथ एकजुटता व्यक्त की और एसएमएचएस में इलाज करा रहे लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की।

Back to top button