विरोध का अनोखा तरीका अपनाने के चक्कर में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को लेने के देने पड़ गए और उन्हें प्रदर्शन करना भारी पड़ गया। ये वाकया आज राजस्थान के अलवर में देखने को मिला। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अलवर के दौरे पर है। इस दौरान अलवर जिला कांग्रेस पार्टी ने प्रदर्शन किया।
इस प्रदर्शन में कांग्रेसी कार्यकर्ता एक भैंस भी लेकर आए थे। जब नारेबाजी हो रही थी तो यह भैंस बिदक गई और फिर भाग छूटी। इसके बाद कार्यकर्ता इसके पीछे भागे और जैसे-तैसे इसे काबू में किया। बाद में इसे एक पेड़ के बांधा। इसके बाद कांग्रेसी पैदल ही होटल स्वरुप विलास से मुख्यमंत्री की सभा स्थल के लिए रवाना हो गए।
मोतीडूंगरी पर कांग्रेसी पहले तो काले झंडों दिखाते हुए नारेबाजी रहे और फिर अचानक भैंस ले आए। प्रदर्शनकारियों ने भैंस के गले में एक पोस्टर भी लटका रखा था। अचानक हुए इस प्रदर्शन से पुलिस और प्रशासन में हडकम्प मच गया। इस दौरान एनइबी थानाधिकारी देवेंद्र प्रताप ने भैंस के गले में लटकी मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की फोटो हटाई और भारी पुलिस जाब्ते के बीच मोती डूंगरी के पास प्रदर्शनकारियों को रोक दिया।
इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई। पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया। बाद में इन्हें बस में बिठाकर होटल स्वरुप विलास भेजा गया।
इस दौरान कांग्रेस पार्टी के पार्षद द्वारा शहर विधायक आवास पर भी काला रुमाल फेंका गया और नारेबाजी करते हुए वहां से निकल गए वही कांग्रेस पार्टी जिला अध्यक्ष टीकाराम जूली का कहना था कि अलवर शहर में व्याप्त कई समस्याओं को लेकर कई बार जिला कलेक्टर के माध्यम से ज्ञापन सौंपा जा चुका है इसके बावजूद कोई कार्यवाही नहीं होती है जिसके चलते उन्होंने विरोध स्वरूप यह रैली निकाली है और आगे भी प्रदर्शन जारी रहेगा।