संयुक्त राष्ट्र के महासचिव कश्मीर मसले को करें हल: जेआरएल

अलगाववादी संगठनों के साझा मंच ज्वाइंट रजिस्टेंस लीडरशिप (जेआरएल) ने संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियों गुटारेस को पत्र लिखकर कश्मीर समस्या के तत्काल हल करने पर उनका ध्यान दिलाया है।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव बनने बनने के बाद गुटारेस पहली बार भारत दौरे पर आए हैं। कश्मीर में ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस समेत विभिन्न अलगाववादी संगठनों द्वारा कट्टरपंथी सैयद अली शाह गिलानी, उदारवादी हुर्रियत प्रमुख मीरवाइज मौलवी उमर फारूक और जेकेएलएफ चेयरमैन यासीन मलिक के संयुक्त नेतृत्व में जेआरएल का गठन किया है।

जेआरएल ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव को पत्र लिखकर कहा कि हम इस अवसर का इस्तेमाल जम्मू कश्मीर मसले के तत्काल हल की दिशा में ठोस कदम उठाने की जरूरत की तरफ दिलाने के लिए करना चाहते हैं। कश्मीर मसला सिर्फ भारत-पाकिस्तान के बीच एक क्षेत्रीय मसला नहीं है यह जम्मू कश्मीर की सवा करोड़ जनता के जज्बात और बुनियादी हक का भी मसला है।

इस मसले को हल करने में संयुक्त राष्ट्र को अपनी जिम्मेदारी का निवाह करना होगा। कश्मीर मसला किसी भी समय भारत-पाकिस्तान के बीच एक एटमी जंग का कारण बन सकता है। इस मामले को सुलझाने की सबसे ज्यादा जरूरत है।

जेआरएल ने कहा कि भारत द्वारा कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान से वार्ता न करने के फैसले से न कश्मीर को बल्कि पूरे दक्षिण एशियाई क्षेत्र को भारी नुकसान पहुंच रहा है। पत्र में कश्मीर में मानवाधिकारों के कथित उल्लंघन का मुद्दा भी उठाया।

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