ऑफिस में किसी को सिखाना चाहते हैं सबक, तो अपनाये शिल्पा शिंदे का ये तरीका

दिसंबर का महीना आते ही ऑफिस में गतिविधियां तेज हो जाती हैं। मार्च-अप्रैल में अप्रेजल के फॉर्म्स भरे जाते हैं, लिहाजा कर्मी एक दूसरे के काम में गलतियां निकालना तेज कर देते हैं, दूसरों के काम का क्रेडिट लेने की कोशिश करते हैं। ऐसे में ऑफिस पॉलिटिक्स की वजह से तनाव होना लाजमी है। इसका असर आपके काम पर पड़ता है।

ऑफिस में किसी को सिखाना चाहते हैं सबक, तो अपनाये शिल्पा शिंदे का ये तरीका अगर ऑफिस स्ट्रेस से निपटना हो, तो ‘बिग बॉस 11’ की कंटेस्टेंट शिल्पा शिंदे से ये पांच चीजें हर किसी को सीखनी चाहिये…

 
शांत रहें
जिस तरह शिल्पा शिंदे विकास गुप्ता को परेशान करने के लिए चुपचाप उनके बगल में जाकर बैठ जाती थीं, उससे विकास को बहुत परेशानी होती थी। वहीं, जब अर्शी खान ने शिल्पा शिंदे को परेशान करना शुरू किया तो शिल्पा खुद शांत हो गईं। उन्होंने कोई रिएक्शन नहीं दिया। अंत में खुद परेशान होकर अर्शी ने अपने हाथ खड़े कर दिये। 

किसी को टॉर्चर करना हो या किसी के टॉर्चर से खुद बचना हो, दोनों की हालात में शांत रहना सबसे क्रांतिकारी तरका है। बात बहुत सिंपल सी है, जो शख्स आपको परेशान करना चाहता है वह आपको उकसाने के लिए अनाप-शनाप हरकतें करेगा, आपको उल्टी-सीधी बातें भी कहेगा। हो सकता है कि आपको सामने वाले की बात पर बेहद गुस्सा आ जाए। लेकिन अगर आपने खुद को कंट्रोल कर लिया तो मानो जंग जीत ली। अगर आप रिएक्ट करेंगे ही नहीं, तो सामने वाले का प्लान तो फेल होगा ही।

 
अवॉइड करें
अगर आपने परेशान करने वाले व्यक्ति के साथ कई बार रिश्तों को सुधारने की कोशिश की है, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली, तो ऐसे लोगों को नजरअंदाज करना बेहतर होगा। यही आपके हित में भी ठीक रहेगा। ऐसा ही कुछ इन दिनों शिल्पा शिंदे आकाश डडलानी के साथ कर रही हैं। आकाश उन्हें मां बलाकर प्यार जताएं या फिर उनके साथ गाली-गलौज करें, शिल्पा उन्हें कोई भाव देती ही नहीं। 
दूसरों के फटे में टांग ना अड़ाएं
बिग बॉस के घर में झगड़ा भले ही दो लोगों के बीच हो रहा हो, लेकिन उसमें कूद सभी जाते हैं। मगर शिल्पा शिंदे ऐसा नहीं करतीं। वह चुपचाप रसोई में या घर के किसी कोने में खड़ी रहती हैं और तमाशा देखती रहती हैं। इस दौरान वह झगड़ा कर रहे सभी लोगों को ऑब्जर्व करती हैं और अपनी रणनीति बनाती हैं। जब बहसबाजी शांत हो जाती है तो शिल्पा उन लोगों के साथ अकेले-अकेले बात करती हैं। इससे दो फायदे होते हैं- पहला ये कि इसी बहाने वह बिना वजह किसी की दुश्मनी मोल लेने से बच जाती हैं, दूसरा ये कि अलग-अलग सबसे बात करके वह कैमरा भी आकर्षित कर लेती हैं और सामने वाले का भरोसा भी जीत लेती हैं। यही काम आप भी ऑफिस में करें। 

अगर आपके साथ इसका उल्टा हो रहा हो, यानी, अगर आप अपने साथियों के साथ ऑफिस में कोई मैटर डिस्कस कर रहे हों या कोई आपके काम में टांग अड़ाने की कोशिश करता है तो इस बात का ध्यान रखें कि उनकी हर बात सही से सुनें। जब आप अच्छी तरह उनकी बात गौर से सुनेंगे तो आपको बाद में कोई परेशानी नहीं होगी। साथ ही स्ट्रैटिजी बनाने में भी आप कामयाब हो जाएंगे।

बॉस को बताएं

विकास हो या अर्शी या फिर आकाश, जब ये लोग शिल्पा को हद से ज्यादा परेशान करने लगते हैं तो वो सीधे कन्फेशन रूम में जाकर ‘बिग बॉस-11’ के मेकर्स को अपनी बात बता देती हैं। इसके बाद हर ‘वीकेंड का वार’ में सलमान खान उन सब लोगों की बैंड बजाते हैं जिसने हफ्तेभर शिल्पा से पंगा लिया हो। 

इसलिए जब आपके पास कोई कोई विकल्प न बचे तो आपको मैनेजर से संपर्क करना चाहिए या जो आपको हेड हो। ऐसे लोगों से डील करने का यह भी एक उपाय है। लेकिन ऐसा भी नहीं होना चाहिए कि आप हमेशा छोटी-छोटी बातों को लेकर मैनेजर के पास जाएं। इससे मैनेजर आपके बारे में सोचेगा कि आप छोटी-छोटी चीजों से निपटने के लायक भी नहीं है। अपने मैनेजर को मेल के जरिये या फिर उनसे बात करके शालीनता के साथ अपनी परेशानी बताइये।

इरादों को समझें

शिल्पा शिंदे यह बात शुरुआत से जानती हैं कि विकास शर्मा उनके साथ दोस्ती का नाटक कर रहे हैं। उन्हें इस बात का भी अंदाजा था कि अर्शी किसी भी वक्त उन्हें धोखा दे सकती हैं। यह बात वह खुद कई मौकों पर बोलतीं नजर आई हैं। यही वजह है कि वह अपनी स्ट्रैटिजी किसी से शेयर नहीं करतीं। वह जिसे चाहती हैं, घऱ का कैप्टन वहीं बनता है और उनकी प्लैनिंग-प्लॉटिंग के बारे में पहले से कोई प्रिडिक्ट नहीं कर पाता।

इसलिए जो व्यक्ति आपको ऑफिस में परेशान करता है या जो आपका भला नहीं चाहता है, उससे पहचानने की कोशिश करें। ऐसे इंसान के इरादों को जल्द से जल्द समझने की कोशिश करें। साथ में इस बात पर जरूर ध्यान दें कि किन कारणों से वह व्यक्ति ऐसा कर रहा है।

 
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