दादी-बुआ ने लगाया बच्चा बेचने का अारोप, पेरेंट्स बोले- बच्चा देने का पहले ही था एग्रीमेंट

खरड़(चंडीगढ़)।खरड़ सिविल अस्पताल के मैटर्निटी वार्ड में वीरवार को हंगामा हो गया। दरअसल एक दंपती अपने नवजात बच्चे को किसी अन्य परिवार में गोद देने की तैयारी कर रहा था। लेकिन इसी दौरान बच्चे की दादी और बुआ ने अस्पताल में पहुंचकर हंगामा कर दिया। दोनों ने बच्चे के पेरेंट्स पर आरोप लगाया कि ये बच्चे को बेच रहे हैं। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची सिटी पुलिस ने पहले स्थिति को कंट्रोल किया और फिर बच्चे के पिता को अपने साथ थाने में ले गए।दादी-बुआ ने लगाया बच्चा बेचने का अारोप

लड़के को दिया था जन्म

– गांव खानपुर की किरण ने वीरवार को दिन में 11 बजे एक लड़के को जन्म दिया। दोपहर 3 बजे के करीब इस महिला के ससुराल वाले परिवार पहुंच गए। उन्होंने किरण व उसके पति दिलबाग पर बच्चा बेचने का आरोप लगा दिया। हंगामा हुआ तो हॉस्पिटल मैनेजमेंट ने इसकी सूचना सिटी पुलिस को दी। पुलिस टीम बच्चे के बाप को थाने ले गई।

दादी बोली- बच्चे को बिकने नहीं दूंगी, चाहे खुद ही क्यों न पालना पड़े…
– अस्पताल में मौजूद इस बच्चे की दादी कुलदीप कौर व बुआ कुलविंदर कौर ने बताया कि उक्त दंपती के पहले ही दो बच्चे हैं। इनमें बड़ी बेटी 8 साल जबकि छोटा बेटा 6 साल का है। उन्हें वीरवार दोपहर गांव में सूचना मिली कि उक्त बच्चे के पिता दिलबाग सिंह ने अपने साथ काम करने वाले दोस्त के परिवार को उक्त बच्चा बेच दिया है। इसके बाद वह अस्पताल पहुंचे।

– उन्होंने आरोप लगाया कि बुधवार रात से उक्त बच्चे को खरीदने वाले परिवार से संबंधित कुराली निवासी दो महिलाएं अस्पताल में ही मौजूद थीं। अब वह मौके से फरार हो गईं। बच्चे की दादी बोलीं कि वह इस बच्चे को बिकने नहीं देगी। वह इसको खुद पालेंगी।

पिता- एफिडेविट बनाया है
– बच्चे की मां और पिता दिलबाग ने बताया कि उन्होंने अपना तीसरा बच्चा अपने साथ काम करने वाले एक व्यक्ति को गोद देने का निर्णय लिया है। उन्होंने कोर्ट में एफिडेविट भी बनाया है। बाकी कागजी कार्रवाई बाद में की जानी है। लेकिन बुआ और दादी ने आकर बेवजह ही हंगामा कर दिया।

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एग्रीमेंट रद्द- पेरेंट्स के साथ रहेगा बच्चा
एसएचओ ने सभी पक्षों को थाने में बुलाकर पूछताछ की। फिर पता चला कि दिलबाग ने जुलाई 2017 में अपने दोस्त के साथ एग्रीमेंट किया था कि जो भी बच्चा होगा वह उन्हें गोद दे देगा। उसके दोस्त के शादी के 15 साल बाद भी कोई बच्चा नहीं है। बच्चे के परिवार के अन्य सदस्यों की सहमति नहीं बनी तो एग्रीमेंट को रद्द कर दिया गया है। अब यह बच्चा अपने माता-पिता के पास ही रहेगा।

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