फोर्टिस के खिलाफ FIR में जुड़ी धारा, पहले डॉक्टर को बनाया था मुख्य आरोपी

गुड़गांव। गुड़गांव के फोर्टिस अस्पताल में बच्ची की डेंगू से मौत के बाद इलाज में 16 लाख रुपये वसूलने के मामले में पुलिस ने दर्ज एफआईआर में फोर्टिस अस्पताल के खिलाफ भी एक धारा जोड़ दी है। सुशांत लोक थाने में दर्ज एफआईआर में धारा- 188 भी जोड़ी गई है। इससे पहले बीते शनिवार को दर्ज एफआईआर में अस्पताल के डॉक्टर के बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर विकास वर्मा को मुख्य रूप से आरोपी बनाया गया था। फोर्टिस मैनेजमेंट पर कोई धारा नहीं जोड़ी गई थी। इस पर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कड़ी आपत्ति जताई थी। इसके बाद अब पुलिस ने धारा जोड़ दी है।पिता ने कहा था कोर्ट जाऊंगा मैं…

– अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज नहीं होने पर आद्या के पिता जयंत सिंह ने कहा था कि यदि अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज नहीं होता है तो वह कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।
– जयंत कोर्ट जाते इससे पहले ही पुलिस ने मामले में नई धारा जोड़ दी है।

लीज रद्द करने पर भी चल रही है जांच

– हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज द्वारा हरियाणा अर्बन अथॉरिटी को पत्र लिखकर फोर्टिस अस्पताल की लीज रद्द करने को कहा था।
– इस पर अर्ब अथॉरिटी ने जांच शुरू कर दी है।
– बता दें कि इस मामले में हाईकोर्ट ने भी डीजी हैल्थ से रिपोर्ट मांगी थी और स्वास्थ्य मंत्री ने भी कड़ा संज्ञान लिया था।
– विज ने तो इसे मर्डर करार दिया था। उन्होंने कहा था कि 14 दिन तक जो बच्ची वेंटीलेटर पर रहती है, शिफ्ट करते वक्त उसका वेंटिलेटर उतार दिया जाता है। एंबुलेंस में ऑक्सीजन की सुविधा नहीं दी जाती, उसको अगले अस्पताल में जाने के लिए अटेंडेंट नहीं दिया जाता, एंबु बैग नहीं दिया जाता।
– यह मर्डर नहीं तो और क्या है ? मरीज को नहीं मालूम कि वह अगले अस्पताल तक नहीं पहुंच सकता तो इसके लिए दोषी कौन है ?

ये है पूरा मामला

– दिल्ली के द्वारका में रहने वाले जयंत सिंह की सात साल की बेटी आद्या को 27 अगस्त से तेज बुखार था। दूसरे ही दिन उसे रॉकलैंड अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां दो दिन भर्ती रहने के बाद उन्होंने गुड़गांव के फोर्टिस अस्पताल में रेफर कर दिया।
– डॉक्टरों ने बच्ची को अगले दस दिन लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा। 14 सितंबर को बच्ची की मौत हो गई।

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मामला कैसे सामने आया?

– दरअसल, बच्ची के पिता जयंत सिंह के एक दोस्त ने @DopeFloat नाम के हैंडल से 17 नवंबर को हॉस्पिटल के बिल की कॉपी के साथ ट्विटर पर पूरी घटना शेयर की।
– उन्होंने इसमें लिखा, ”मेरे साथी की 7 साल की बेटी डेंगू के इलाज के लिए 15 दिन तक फोर्टिस हॉस्पिटल में भर्ती रही। हॉस्पिटल ने इसके लिए उन्हें 16 लाख का बिल दिया। इसमें 2700 दस्ताने और 660 सीरिंज भी शामिल थीं। आखिर में बच्ची की मौत हो गई।”
– 4 दिन के भीतर ही इस पोस्ट को 9000 से ज्यादा यूजर्स ने रिट्वीट किया। इसके बाद हेल्थ मिनिस्टर जेपी नड्डा ने हॉस्पिटल से रिपोर्ट मांगी।

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