नॉर्थ कोरिया ने फिर किया बैलेस्टिक मिसाइल का टेस्ट, मचा सकती है ऐसी तबाही

तीन साल के बाद उत्तर कोरिया ने एक बार फिर बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया है. गुरुवार को नॉर्थ कोरिया की ओर से आधिकारिक बयान जारी किया गया है जिसमें अंडरवाटर बैलेस्टिक मिसाइल के परीक्षण की जानकारी दी गई है. उत्तर कोरिया की ओर से इस मिसाइल परिक्षण को अमेरिका पर दबाव बनाने का एक हथकंडा बताया जा रहा है. दोनों देशों के बीच हाल ही में बैठक को लेकर सहमति बनी थी.

ये एक नए प्रकार की सबमरीन-लॉन्च्ड बैलेस्टिक मिसाइल (SLBM) का सफल परीक्षण है. कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (KCNA) की रिपोर्ट में कहा गया है कि एकेडमी ऑफ डिफेंस साइंस ने पुकगुकसोंग-3 नाम की नए प्रकार की बैलेस्टिक मिसाइल का वर्टिकल मोड में देश की पूर्वी वोनसान खाड़ी में परीक्षण किया है.

रिपोर्ट के अनुसार, प्रक्षेपण से वैज्ञानिक और तकनीकी रूप से नए प्रकार से डिजाइन की गई बैलेस्टिक मिसाइल के सामरिक और तकनीकी सूचकांकों की पुष्टि हुई और इससे पड़ोसी देशों की सुरक्षा पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ा है.

पानी के अंदर से भी मचा सकती है तबाही

हालांकि, जिस वक्त इस मिसाइल का परीक्षण हुआ तब उस स्थल पर उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग-उन मौजूद नहीं थे. इससे पहले वह कई बार परीक्षण स्थल पर मौजूद रह चुके हैं. किम जोंग उन ने परीक्षण में शामिल शोध वैज्ञानिकों को सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया की सेंट्रल कमेटी की तरफ से बधाई भेजी है.

आधिकारिक बयान में बताया गया है कि प्रक्षेपण की सफलता बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे कोरिया को बाहरी ताकतों के खतरे को रोकने और आत्मरक्षा के लिए सैन्य-शक्ति बढ़ाने में एक और चरण की शुरुआत की है.

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अमेरिका के साथ कब है बैठक?

यह लॉन्च उत्तर कोरिया के उप विदेश मंत्री चो सन हुई के उस बयान के अगले दिन हुआ है जिसमें उन्होंने कहा था कि प्योंगयांग और वॉशिंगटन इसी सप्ताह बातचीत करने के लिए सहमत हुए हैं. इसके बाद अमेरिका के विदेश विभाग की प्रवक्ता मोर्गन ओर्टागस ने बातचीत की पुष्टि की और कहा कि यह वार्ता अगले सप्ताह होगी. हालांकि, अब जब मिसाइल परीक्षण की बात सामने आई है तो अमेरिका का क्या रुख रहता है इसपर अभी भी नज़रें हैं.

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