वैलेंटाइन वीक में आखिर क्यों मनाया जाता है किस डे? जानें इसका इतिहास और महत्व

लव वीक यानी वैलेंटाइन वीक. 7 फरवरी से वैलेंटाइन वीक की शुरुआत हो चुकी है. प्‍यार करने वाले इस वीक का इंतजार साल भर करते हैं और तरह तरह के प्‍लान बनाते हैं. वैलेंटाइन वीक 7 फरवरी को रोज डे के साथ शुरू होता है और प्रपोज डे, चॉकलेट डे, टेडी डे, प्रॉमिस डे, हग डे, किस डे और लास्‍ट में वैलेंटाइन डे के साथ पूरा होता है. हर साल की तरह इस साल भी 13 फरवरी को किस डे कपल्‍स के लिए खास होगा. क्‍या आप जानते हैं कि ‘किस डे’ की शुरुआत आखिर किस तरह हुई? आइए आज हम बताते हैं कि आखिर प्‍यार का इजहार करने के लिए किस डे कब से और क्‍यों मनाया जाता है?

किस करने का इतिहास
कहा जाता है कि छठी शताब्दी में फ्रांस में कपल्‍स डांस किया करते थे और डांस के अंत में वे अपने प्‍यार का इजहार करने के लिए एक दूसरे को किस किया करते थे.

इसके साथ ही डांस खत्‍म होने की घोषणा की जाती थी. ये तो हुई फ्रांस में किस की शुरुआत, जबकि किस करने का संबंध रूस से भी है. दरअसल, माना जाता है कि तब रूस में शादी के दौरान वादा करते वक्‍त कपल्‍स के एक दूसरे को किस करने का प्रचलन था. इसके बाद रोम में भी किस करने का प्रचलन दिखा और वे किसी को अभिवादन करने के लिए किस किया करते थे. इस तरह भावनाओं को जाहिर करने का एक तरीका यह बन गया जो धीरे धीरे पूरी दुनिया में यह काफी पॉपुलर हो गया.

किस डे का महत्‍व
वैलेंटाइन वीक के सातवें दिन कपल्‍स किस कर अपने प्‍यार को मजबूत रिश्‍ते में बदलने के लिए एक दूसरे को किस करते हैं और एक दूसरे के होने का वचन देते हैं. इस तरह वे अपने पार्टनर के प्रति लॉयल होने और हर कदम पर साथ देने का वादा करते हैं. इसलिए किस डे को वैलेंटाइन वीक में एक खास दिन माना जाता है.

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