पेट्रोल महंगा, लेकिन हवाई जहाज में इस्तेमाल होने वाला ईंधन सस्ता क्यों?

पेट्रोल-डीजल की कीमतें आए दिन बढ़ती रहती हैं, जो आम आदमी को परेशान करती हैं. लेकिन इसी बीच एक खबर सोशल मीडिया पर तैर रही है. दावा क‍िया जा रहा है क‍ि हवाई जहाज में इस्‍तेमाल होने वाला तेल कार-बाइक में पड़ने वाले पेट्रोल से सस्ता है. इसे जानने के बाद लोग भौचक हैं. पूछ रहे क‍ि क्‍या सच में ऐसा है? और अगर है तो इसकी वजह क्‍या है? क्‍योंक‍ि हम तो सुनते आए हैं क‍ि हवाई जहाज में सबसे अच्‍छा फ्यूल इस्‍तेमाल किया जाता है. यकीनन इस खबर को पढ़ने के बाद आप भी पूरा मामला समझ जाएंगे.

सबसे पहले तो जान‍िए क‍ि हवाई जहाज में जो फ्यूल या तेल इस्‍तेमाल किया जाता है, उसे जेट फ्यूल यानी एविएशन टरबाइन फ्यूल (ATF) कहते हैं. अब ये आता कहां से है? तो बता दें क‍ि जमीन के नीचे तेल भंडारों से इसे निकाला जाता है. इसे कच्‍चा तेल कहते हैं. बहुत सारे लोग इसे मिट्टी का तेल या केरोसिन भी बोलते हैं. इसमें कई तरह की अशुद्ध‍ियां होती हैं. यही वजह है क‍ि जब ये जलता है तो काफी काला धुआं फेंकता है. इसे रिफाइन करके मार्केट में बेचा जाता है, जिसे हम पेट्रोल-डीजल के तौर पर देखते हैं.

कुछ अलग होता है एटीएफ
कच्‍चे तेल को रिफाइन करते समय ही जेट फ्यूल और पेट्रोल को अलग क‍िया जाता है. जेट फ्यूल, एटीएफ या टरबाइन फ्यूल ही विमानों में इस्‍तेमाल किया जाता है. यूरोप और अमेर‍िकी देशों में पेट्रोल को भी गैसोल‍िन ही कहा जाता है. एटीएफ कुछ अलग होता है. यह पेट्रोल से लो फ्रीजिंग प्‍वाइंट, हायर फ्लैश प्‍वाइंट और कम चिपच‍िपा होता है. इसकी वजह से यह ज्‍यादा ऊंचाई और ज्‍यादा तापमान के ल‍िए काफी उपयुक्‍त होता है. इसकी ऑक्‍टेन रेटिंग भी पेट्रोल की तुलना में कम होती है.

इसल‍िए एटीएफ पेट्रोल से सस्‍ता
अब आपके मन में भी सवाल होगा क‍ि जब सब एक जैसा है, तो पेट्रोल महंगा क्‍यों? इसके पीछे कई वजह हैं. आमतौर पर कार-बाइक में इस्‍तेमाल होने वाले पेट्रोल की तुलना में विमानों में इस्‍तेमाल होने वाले ईंधन पर कम टैक्‍स और नियम लागू होते हैं. इसके अलावा विमान ईंधन को रिफाइन करने की प्रक्रिया पेट्रोल से सस्‍ती है. तीसरी वजह, ईंधन की आपूर्ति आमतौर पर तय होती है क‍ि इतना ही खर्च होना है, जबक‍ि पेट्रोल डीजल की अन‍ियमित होती है. इससे इनकी कीमतों में उतार-चढ़ाव ज्‍यादा होता है. एटीएफ के दाम भी पेट्रोल डीजल की तरह हर राज्‍य में अलग-अलग होते हैें. क्‍योंक‍ि राज्‍य इस पर भी वैट लगाते हैं.

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