बिना कहे खुद पढ़ने बैठ जाएगा आपका बच्चा, अगर अपनाएंगे ये तरीके

माता पिता बच्चे के उज्जवल भविष्य के लिए उन्हें अच्छे स्कूल में डालते हैं। अच्छी शिक्षा बच्चे के बेहतर करियर और भविष्य के लिए जरूरी है। अभिभावक बच्चे की कोचिंग और अन्य जरूरी चीजें उपलब्ध कराकर उन्हें हर तरह से पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित करते हैं। लेकिन बच्चा अगर पढ़ाई में मन ही नहीं लगाता है तो माता पिता की चिंता भी बढ़ जाती है।

कई बार माता पिता के कहने पर बच्चा पढ़ने तो बैठ जाते हैं लेकिन उनका ध्यान पढ़ाई में नहीं लगता। माता पिता डांट फटकार कर बच्चों पर दबाव बनाते हैं। हालांकि डांटने या जबरन पढ़ाने से बच्चे की रुचि पढ़ाई में नहीं बढ़ती। यहां अभिभावकों को कुछ ऐसे तरीके बताए जा रहे हैं जो उन्हें पढ़ाई से मुंह चुराने नहीं देंगे और खुद ब खुद उनका मन पढ़ाई में लगने लगेगा।

प्रोत्साहित करें
माता पिता को समय समय पर बच्चे की सराहना करनी चाहिए। बच्चा अपने अभिभावक से तारीफ की उम्मीद रखता है। तारीफ सुनकर वह वही काम करना चाहता है, जिससे माता पिता और तारीफ करें। हालांकि जानें अनजाने अभिभावक बच्चे की तुलना करके उनका मनोबल कम करते हैं। ऐसा करने से बचें और उनकी गलतियां निकालने और दूसरो से तुलना करने के बजाए बच्चे की तारीफ करें।

दबाव न डालें
बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित करें लेकिन उन पर दबाव न डालें। पढ़ाई का दबाव बच्चे पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। इस कारण उनको पढ़ाई बोझ की तरह लगती है। उनपर जरूरत से अधिक दबाव न बनाएं, हंसते-खेलते बच्चों को पढ़ाई की कठिन बातें समझाने की कोशिश करें।

सही माहौल दें
बच्चे पढ़ाई में आनाकानी करते हैं, उसका एक कारण घर में पढ़ाई का सही माहौल नहीं होना है। इसी वजह से बार बार टोंकने पर भी बच्चा नहीं पढ़ता। बच्चे को बिना बोले पढ़ाना चाहते हैं तो सबसे पहले अपने घर का माहौल शांत रखें। पढ़ने वाली जगह को सेट करके रखें और पढ़ाई की डेस्क जरूर बनाएं, जहां वह खुद ब खुद बैठकर पढ़ सकें।

Back to top button