ओलंपिक में दुनिया देखेगी म्हारे मुक्कों का दम

अमेरिका के लॉस एंजिल्स में साल 2028 में होने वाले ओलंपिक में दुनिया म्हारे मुक्के का दम भी देखेगी। मुक्केबाजी खेल को फिर से अर्श तक पहुंचाने का जिम्मा राजेश कुमार ने उठाया है। राजेश कुमार कोई और नहीं बल्कि विश्व में अपने मुक्के का लोहा मनवा चुके छठी रैंकिंग के मुक्केबाज मनोज कुमार के गुरु है। उनकी बॉक्सिंग अकादमी का नाम भी उनके शिष्य मनोज कुमार के नाम पर है। उनका कहना है कि अगले ओलंपिक में उनकी अकादमी के खिलाड़ी मुक्केबाजी में देश का प्रतिनिधित्व करते दिखेंगे।

इस अकादमी में 20 महिला और 30 पुरुष खिलाड़ी मुक्केबाजी का प्रशिक्षण ले रहे हैं। इन खिलाड़ियों में जिला कुरुक्षेत्र के ही नहीं बल्कि झारखंड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, यूपी, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड प्रदेशों के 12 खिलाड़ी शामिल है। खास बात यह है कि अकादमी के संस्थापक राजेश कुमार अपने खिलाड़ियों को मुक्केबाजी में अंतरराष्ट्रीय सुविधाएं उपलब्ध करा रहे हैं। उनकी अकादमी में अंतरराष्ट्रीय स्तर के दो बॉक्सिंग रिंग है।
राजेश कुमार ने बताया कि उनकी अकादमी में 21 खिलाड़ी एशियन चैंपियनशिप, जूनियर नेशनल, स्टेट चैंपियन और नेशनल स्कूल चैंपियन खिलाड़ी बॉक्सिंग की प्रैक्टिस कर रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने छह खिलाड़ियों को गोद लिया हुआ है, जिनको निशुल्क कोचिंग के साथ डायट और अन्य सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। उनके खिलाड़ी सिर्फ शाकाहारी भोजन का सेवन ही करते हैं। नए खिलाड़ियों को परंपरागत तरीके से बॉक्सिंग की शुरुआत कराते हैं।

ओलंपिक के लिए खिलाड़ी देना लक्ष्य : राजेश
अकादमी के संस्थापक राजेश कुमार ने बताया कि कुरुक्षेत्र में मुक्केबाजी का खेल दम तोड़ चुका था फिर उन्होंने दिसंबर 2020 में मनोज कुमार के नाम से बॉक्सिंग अकादमी खोली, क्योंकि मनोज उनके लिए ऑल टाइम हीरो हैं। अब उनका लक्ष्य अपनी अकादमी से देश को ओलंपिक खेलने के लिए मुक्केबाजी में खिलाड़ी देना है। इसके लिए वह अपनी अकादमी के खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं देकर तैयार कर रहे हैं। पहले उनके पास कम बच्चे ही प्रशिक्षण के लिए आए थे, मगर उन्होंने अपनी मेहनत के बल पर खिलाड़ियों को तराशकर यहां तक अकादमी का पहुंचाया है।

हरियाणा स्टेट चैंपियन रही वंशिका
अमीन गांव की वंशिका ने बताया कि उसने स्कूल नेशनल चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता है। इसमें हरियाणा स्टेट चैंपियन चुना गया था। पिछले साल जून में भोपाल में हुई 66वीं राष्ट्रीय स्कूल गेम्स में उनसे हिस्सा लिया था। हालांकि इसमें पदक से चूक गई थी। मुक्केबाज मैरी कॉम उसकी आदर्श हैं।

यूथ एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप के ट्रायल में रोनित
अकादमी के खिलाड़ी रोनित राज गुप्ता का यूथ एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप के ट्रायल के लिए चयन है। रोनित का कहना है कि उसे पूरी उम्मीद है कि उसका ट्रायल सफल रहेगा। चौथी जूनियर नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप में उसने रजत पदक हासिल किया था। उसका लक्ष्य ओलंपिक खेलकर अपने मुक्के से सोना जीतने का है।

जूनियर नेशनल चैंपियनशिप में दिखाया दम : हर्षजोत
हर्षजोत ने बताया कि उसने भी पुरुषों के 80 किलोग्राम वर्ग में भारत की ओर से उज्बेकिस्तान, कजाकिस्तान, श्रीलंका, थाईलैंड व फिलीपींस के खिलाड़ियों के साथ अंतरराष्ट्रीय शिविर में हिस्सा लिया था। मुक्केबाजी में वह कड़ी मेहनत कर रहा है। वह एशियन गेम्स की तैयारी कर रहा है।

पांच देशों के प्रशिक्षण शिविर में लिया हिस्सा : जिया
जिया ने बताया कि हाल ही में उसने 52 किलोग्राम भार वर्ग में पांच देशों के अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर में हिस्सा लिया था। इसमें सभी खिलाड़ियों ने अपने अनुभव साझा किए। इससे उनको अपने खेल को और बेहतरीन करने में मदद मिलेगी। पिछले साल सोनीपत में हुई स्टेट चैंपियनशिप में भी अच्छा प्रदर्शन किया था। फिलहाल उसका पूरा ध्यान नेशनल चैंपियनशिप पर है।

बेटी कर रही खूब मेहनत : आनंद कुमार
आनंद कुमार कुमार ने बताया कि वह मूल रूप से भिवानी जिला से संबंधित है और सरकारी शिक्षक है। उनकी दिली इच्छा है कि उनकी बेटी जिया विश्व में नाम कमाए। मुक्केबाजी में बेटी खूब मेहनत कर रही है। वह अपनी बेटी का पूरा सहयोग कर रहे हैं जहां तक उनकी बेटी पढ़ना और खेलना चाहती है, वे उसके साथ खड़े हैं।

अकादमी के हवाले कर दिया अपना लाल : प्रभजीत
प्रभजीत सिंह निवासी मूनक जिला संगरूर पंजाब ने बताया कि उन्होंने अपने लाल को अकादमी को सौंप रखा है। हर्षजोत अकादमी में राजेश कुमार के पास ही रहता है। उन्हें पूरा विश्वास है कि उनका पुत्र अकादमी से बड़ा खिलाड़ी बनकर ही निकलेगा। उसकी मेहनत तभी सफल मानी जाएगी जब वह देश के लिए मेडल लेकर आएगा।

यह खिलाड़ी भी नहीं पीछे
अकादमी में अंशुल, आयुष, प्रयास गुलिया, जिया रानी, निखिल, सुजल, चंचल, अनुष्का शर्मा, लखविंद्र और उदयवीर भी मुक्केबाजी में अपना दम दिखा रहे हैं। यह खिलाड़ी भी राज्य और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में मेडल जीत चुके हैं।

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