बच्चे की उम्र है 10 साल तो जरूर सिखाएं ये बातें

एक समय था जब लोग अपने बच्चों को काफी छोटे से ही सख्ती बरते हुए संस्कार का पाठ पढ़ाने लगते हैं, लेकिन आज का समय बदल गया है। आजकल लोग अपने बच्चों पर सख्ती बरतना नहीं चाहते, जिस वजह से कई बार बच्चे काफी जिद्दी बन जाते हैं। ऐसे में अगर आप आप चाहते हैं, कि आपका बच्चा जिद्दी न बनें, तो अपने बच्चे को अभी से कुछ बातें अवश्य सिखाएं।

दरअसल, आपकी सूकून भरी जिंदगी के लिए ये बेहद जरूरी है, कि आपका बच्चे में संस्कार हों। ऐसे में अगर आपके बच्चे की उम्र 10 साल है, तो अभी से उसे कुछ बातें अवश्य सिखाएं। बच्चों के जहन में अगर ये बातें बस जाएंगी, तो उन्हें आगे जाकर किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। हम 10 साल के उम्र के बच्चों को सिखाने की बात इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि इस उम्र के बच्चे जल्दी सीखते भी हैं, और चीजों को अच्छी तरह समझते भी हैं।

हर किसी का आदर करना
अपने बच्चे को ये सिखाएं कि वो कभी किसी का अनादर न करें। उन्हें छोटे से ही ये सिखाएं कि वो हर किसी से सम्मानपूर्वक बात करें। ये एक ऐसी आदत है, जो एक बार पड़ जाए तो आखिरी दम तक नहीं छूटती।

सिखाएं अपना काम करना
छोटे बच्चे अक्सर अपने पैरैंट्स पर निर्भर होते हैं। ऐसे में अब बढ़ती उम्र में उन्हें अपने छोटे-छोटे काम करना सिखाएं। ताकि उन्हें स्कूल में भी किसी तरह की कोई परेशानी न हो। अगर वो अपना काम खुद से करेंगे तो उन्हें कहीं जानें में भी परेशानी नहीं होगी।

सौंपें जिम्मेदारी
अपने छोटे बच्चे को संस्कारी बनाने के लिए उसे 10 साल की उम्र से ही जिम्मेदारी सौंपना शुरू कर दें। जैसे कि आप उन्हें कह सकते हैं, कि वो आपके साथ पौधों में पानी डालें, या फिर आप उनसे छोटे-मोटे काम करा सकते हैं।

सिखाएं पैसे की अहमियत
ये सबसे जरूरी पाठ है। अपने बच्चे को इस चीज का एहसास जरूर कराएं कि पैसे की कितनी अहमियत है। इसके साथ ही उन्हें ये भी बताएं कि आप कितनी मेहनत से पैसे कमा रहे हैं। कम उम्र से उनके हाथ में थोड़े पैसे दें, ताकि वो मनी मैनेज करना सीख पाएं।

अनुशासन सिखाएं
अपने बच्चे को कम उम्र से ही अनुशासन का पाठ जरूर पढ़ाएं। मतलब कि उन्हें जल्दी उठने के फायदे बताएं। समय पर सोने की आदत डलवाएं। इसके साथ ही दिन में दो बार ब्रश करना, अपने बर्तन उठा कर रखना भी अपने बच्चे को सिखाएं।

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