पंजाब के स्कूल को जारी हुए सख्त आदेश

माछीवाड़ा के सरकारी स्कूल में मिड-डे मील बनाते समय एक कुक की हुई मौत के मामले के बाद आखिर शिक्षा विभाग की नींद खुल गई है। इस घटना के बाद अधिकारियों ने सभी ब्लाक प्राइमरी शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी कर मिड-डे मील योजना में सुधार के लिए कड़े निर्देश दिए हैं। हालांकि घटना के बाद सभी स्कूल प्रमुखों ने अपने किचन में लगे गैस सिलैंडर की पाइप व रैगुलेटरों की जांच करवाई वहीं कइयों ने अपनी जेब से पैसे खर्च करके पुरानी पाइप बदलकर उसकी जगह नई पाइप ही लगवा दीं।

वहीं, विभाग द्वारा जारी नए आदेशों में कहा है कि निर्देशों का पालन करना सभी कुक-हैल्परों के लिए अनिवार्य है। इस घटना के बाद विभाग सुरक्षा और साफ-सफाई के मामले में सख्ती बरत रहा है। विभाग द्वारा जारी इन निर्देशों का उद्देश्य मिड-डे मील योजना में सुरक्षा और स्वच्छता सुनिश्चित करना है। मुख्य कार्यालय की ओर से जारी निर्देशों के अनुसार, हर कुक का बीमा होना अनिवार्य है। यदि कोई कुक बीमा करवाने से मना करता है तो उसे लिखित रूप में मना करने के लिए कहा जाएगा।

नए निर्देशों में क्या है शामिल

रोजाना खाना बनाने से पहले और बाद में किचन कम स्टोर, फर्श और शैल्फ को अच्छी तरह साफ करना होगा।

 कुक-हैल्परों को स्कूल में सूती कपड़े पहनकर और दुपट्टा बांधकर रखना होगा।

हर रसोई में एक अग्निशामक यंत्र होना चाहिए। अगर किसी यंत्र की अवधि समाप्त हो चुकी है तो उसे जल्द रिफिल करवाना होगा।

रसोई में फायर ब्रिगेड और आसपास के अस्पतालों के फोन नंबरों की लिस्ट लगानी होगी ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत संपर्क किया जा सके।

गैस पाइप और रैगुलेटरों की नियमित जांच कर यह सुनिश्चित किया जाएगा कि वे सही तरीके से काम कर रहे हैं।

रसोई में खाना बनाते समय ऐसी चीजें रखने से मना किया गया है जिनसे जल्दी आग लग सकती है।

मिड-डे मील योजना में अब मसालों, दालों और तेल की अच्छी क्वालिटी का इस्तेमाल करना होगा।

भोजन बांटते समय इस बात का ध्यान रखना होगा कि बच्चे गर्म बर्तनों और सब्जियों के पास न जाएं।

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