डीयू: एसओएल में स्नातक के दाखिले जून में होंगे शुरू

दिल्ली विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग में शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए स्नातक प्रोग्राम में दाखिले जून से शुरू करने की तैयारियां की जा रही हैं। कोर्सेज में ऑनलाइन दाखिला अगस्त के अंत तक लिया जा सकेगा। एसओएल को दाखिला प्रक्रिया शुरू करने के लिए इस बार डिस्टेंस एजुकेशन बोर्ड से मंजूरी नहीं लेनी है, इस कारण से प्रक्रिया समय से शुरू हो जाएगी। स्नातक कोर्सेज में दाखिला बारहवीं के स्कोर के आधार पर होगा। दाखिला प्रक्रिया में इस बार कोई बदलाव नहीं किया जा रहा है।

एसओएल की निदेशक प्रो. पायल मागो ने बताया कि नियमित कॉलेजों की दाखिला प्रक्रिया के साथ ही एसओएल की दाखिला प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी कर रहे हैं। जून से स्नातक कोर्सेज में दाखिले के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। दाखिला प्रक्रिया के लिए हमने बीते साल ही डिस्टेंस एजुकेशन बोर्ड (डीईबी) से मंजूरी ले ली थी, इसलिए दाखिला प्रक्रिया में देरी होने की संभावना नहीं है। दाखिला प्रक्रिया बीते साल की तरह पूरी तरह से ऑनलाइन होगी। दाखिला फॉर्म भरने के लिए आवेदकों को कैंपस आने की आवश्यकता नहीं है। दाखिला प्रक्रिया शुरू करने से पहले छात्रों के लिए दिशा-निर्देश व शेड्यूल जारी किया जाएगा।

वहीं, दाखिला मिलते ही छात्र लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम (एलएमएस) से जुड़ जाएंगे। इस सिस्टम के माध्यम से पूरे साल उनका सतत मूल्यांकन होता रहेगा और उनका एक अपना ऑनलाइन होम पेज होगा, जिस पर उन्हें सभी प्रकार की जानकारी मिलेगी। जून में शैक्षणिक सत्र 2024-25 के तहत दाखिला लेने वाले छात्रों को एलएमएस का पासवर्ड दे दिया जाएगा। इससे वह किसी भी प्रकार की जानकारी ऑनलाइन ही प्राप्त कर सकेंगे। यदि कोई छात्र ऑडियो लेक्चर सुनना चाहेगा तो वह उसे सुन सकेगा। वीडियो लेक्चर भी देख सकेगा। कक्षाओं का लाइव लिंक भी छात्र को अपने पेज पर उपलब्ध होगा। शिक्षकों से बात करने की सुविधा भी होगी। अब तक एलएमएस के माध्यम से छात्रों का आंतरिक मूल्यांकन ही किया गया है।

पिछले साल 1.32 लाख दाखिले के साथ बना था रिकॉर्ड
पिछले साल एसओएल में दाखिले का रिकॉर्ड बना था। बीते साल यहां 1.32 लाख छात्रों ने दाखिला लिया था। नए कोर्सेज शुरू होने के बाद यहां दाखिला लेने का रुझान बढ़ा है। डीयू के नियमित कॉलेजों में दाखिला नहीं मिलने पर छात्र एसओएल के यूजी कोर्सेज में ही दाखिला लेते हैं। बीते साल में देखने में आया है कि 90-95 फीसदी वाले विद्यार्थी भी यहां दाखिला ले रहे हैं|

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