दिल्ली: आज बारिश का यलो अलर्ट, चलेगी धूल भरी आंधी

राजधानी में दो दिन से रुक-रुककर हो रही बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिली है। पारा सामान्य से सामान्य से चार डिग्री नीचे दर्ज किया गया। नौ साल बाद 14 अप्रैल सबसे ठंडा रहा। इससे पहले 14 अप्रैल, 2015 में अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस रहा था। रविवार को अधिकतम तापमान 32.3 डिग्री सेल्सियस रहा। सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे। कई इलाकों में तेज बारिश भी दर्ज की गई। दोपहर के समय ठंडी हवाओं ने मौसम को सुहावना बना दिया। शाम के समय कई जगहों पर धूल भरी आंधी चलीं। न्यूनतम तापमान 21.4 डिग्री सेल्सियस रहा।

मौसम विभाग ने सोमवार को बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं, धूल भरी आंधी के साथ हल्की बारिश की संभावना जताई है। इस दौरान हवा 30 से 40 किलो मीटर प्रतिघंटे की गति से चल सकती हैं। ऐसे में अधिकतम 33 और न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। मौसम विभाग के विशेषज्ञों का कहना है कि राजस्थान के दक्षिणी हिस्से और उत्तरी गुजरात में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना है। जिससे तेज हवाएं और बारिश होने की संभावना है।

पीतमपुरा में सबसे अधिक बारिश दर्ज
मौसम विभाग के अनुसार सुबह साढ़े बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक पीतमपुरा इलाके में सर्वाधिक बारिश दर्ज की गई। प्रादेशिक मौसम वेधशाला के मुताबिक यहां 26.5 एमएम बारिश मापी गई। वहीं, पालम इलाके में 9.6, पूसा में 7, नरेला में 4 एमएम बारिश हुई। वहीं, सबसे कम बारिश राजघाट और जाफरपुर इलाके में 2 एमएम वर्षा दर्ज की गई। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार अप्रैल में सामान्य तौर पर 16.3 एमएम बारिश होती है। लेकिन, रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक 2.9 एमएम बारिश दर्ज हुई है। हालांकि, शाम के समय कई जगह पर बारिश दर्ज हुई है।

मुंगेशपुर इलाका रहा सबसे ठंडा
मुंगेशपुर इलाका सबसे ठंडा रहा। यहां अधिकतम 29.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार पालम में 30, जाफरपुर में 30.2, रिज में 30.6 व लोधी रोड में 31.3 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया।

क्या होता है येलो अलर्ट
मौसम विभाग येलो अलर्ट चेतावनी के रूप में जारी करता है। इसका मकसद लोगों को सतर्क करना होता है। ऐसे में अगर मौसम अधिक खराब होता है, तो लोगों को उसके लिए तैयार रहना चाहिए।

14 अप्रैल को अधिकतम तापमान
वर्ष अधिकतम तापमान
2015—-32
2016—–38
2017—–40
2018—–35
2019—–38
2020—–38.1
2021—–40.2
2022—–40.6
2023—–38.6
2024—–32.3

Back to top button