पठानकोट में STF ने बड़ी कार्रवाई करते हुए की रेड, कोठी के बेसमेंट से एक करोड़ की ड्रग मनी बरामद

नशे का खात्मा करने के लिए बनाई गई स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चार शहरों पठानकोट, जालंधर, लुधियाना और बठिंडा छापे मारे। पठानकोट के मीरथल में चिट्टे के तस्कर की कोठी पर रविवार शाम करीब सवा छह बजे रेड में बेसमेंट से एक करोड़ दो लाख 90 हजार रुपये की ड्रग मनी बरामद की गई। रातभर बेसमेंट में खोदाई का काम चलता रहा। लुधियाना में चिट्टे की तस्करी के आरोप में पकड़े रवि नाम के व्यक्ति की निशानदेही पर इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया। यह कोठी इन्हीं तस्करों की बताई जा रही है।

एसटीएफ के इंचार्ज एआइजी स्नेहदीप शर्मा ने टीम की अगुवाई की। फोर्स ने कोठी की घेराबंदी कर अंदर से गेट को ताला लगा दिया। कार्रवाई के दौरान करीब तीन घंटे एआइजी खुद मौके पर मौजूद रहे। रात करीब सवा नौ बजे वे कोठी रवाना हो गए, जबकि खबर लिखे जाने तक कार्रवाई चलती रही। इस छापामारी के दौरान पठानकोट के एसएसपी दीपक हिलोरी और डीएसपी सहित थाना प्रभारियों के फोन भी बंद रहे। कोठी के अंदर चल रही कार्रवाई को पूरी तरह गुप्त रखा गया। कोठी के अंदर से चिट्टे और रुपयों की बरामदगी पर कोई अधिकारी कुछ भी बताने को तैयार नहीं है।

कोठी में डंप करते थे चिट्टा, यहीं से करते थे तस्करी

लुधियाना पुलिस ने चिट्टे की तस्करी में रवि और भोला नाम के दो आरोपित काबू किए थे। पूछताछ में आरोपितों ने माना था कि वे लंबे समय से चिट्टे की तस्करी में लगे हैं। तस्करी से कमाया पैसा उन्होंने मीरथल में एक कोठी की बेसमेंट में छिपाया है। यहां पर आरोपितों ने खेती योग्य जमीन भी खरीद रखी है। आरोपित चिट्टे को इस कोठी में डंप कर रखते थे फिर यहां से तस्करी करते थे।

लुधियाना-बठिंडा में 24 गिरफ्तार, जालंधर में 11 हिरासत में लिए

एसटीएफ ने लुधियाना के अलग-अलग हिस्सों में रेड कर 12 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया। इनसे बरामदगी की जानकारी नहीं मिल पाई है। पूछताछ की जारी है। बठिंडा में सीआइए स्टाफ ने 12 तस्करों को गिरफ्तार किया। वहीं, जालंधर के किंगरा गांव भी एसटीएफ ने 11 संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया है।

कैप्टन ने फिर से हरप्रीत सिद्धू को सौंपी थी कमान

मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हाल ही में नशे के खात्मे के लिए बनाई एसटीएफ की कमान फिर से हरप्रीत सिद्धू को सौंपी थी। उनके पहले गुरप्रीत कौर दियो यह जिम्मा संभाल रही थी। हरप्रीत सिद्धू को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर न भेजकर कैप्टन ने विशेष रूप से उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी थी। वहीं, शनिवार को डीजीपी दिनकर गुप्ता ने सभी जिलों के पुलिस प्रमुखों व पुलिस कमिश्नरों के साथ बैठक कर नशे के खिलाफ विशेष मुहिम चलाने के आदेश दिए थे।

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