बॉडी लैंग्वेज से पता लगा सकते है अपने साथी का ‘मूड’
प्यार एक अनुभव करने की चीज होती है, प्यार की अपनी एक भाषा होती है. पशु-पक्षी व अन्य जीव प्यार को निवेदन की भाषा में अच्छी तरह समझते हैं. पर इंसानों में प्रेम के इस अनुभव करने की यह क्षमता ज्यादा तीक्ष्ण नहीं होती. इसकी खास वजह यह हो सकती है कि मनुष्य सभ्य समाज में रहता है. समाज में उसे कई मर्यादाओं और बंधनों के बीच रहना पड़ता है. इस क्रम में वह स्वाभाविक व स्वच्छंद प्रेम और कामेच्छाओं को मनचाहे तरीके से तृप्त नहीं कर सकता. कई बार तो ऐसा होता है की पुरुष और स्त्री एक-दूसरे के प्यार के ‘सिग्नल’ को ही नहीं समझ पाते है.
एक शोध में शोधकर्ताओं ने स्त्री-पुरुष की भावनाओं को लेकर कुछ विशेष निष्कर्ष निकाले हैं. ऐसे लोग जो एक-दूसरे से प्यार और ‘संबंध’ बनाने को इच्छुक हो उनकी बॉडी लैंग्वेज के बारे में कुछ बातें इस प्रकार हैं…….
- प्यार के नशे में मदहोश व्यक्ति के चेहरे के थोड़े फुले हुए हिस्सों में कसावट आ जाती है. और आँखो में थोड़ी सिकुड़न आ जाती है.
- प्यार करने वाले का शरीर का ढीलापन गायब हो जाता है. सीना थोड़ा बाहर की ओर आ जाता है. साथ ही पेट थोड़ा अंदर की ओर चले जाता है.
कामातुर महिला और पुरुष की बॉडी लैंग्वेज की बात करें तो कुछ बातें एकदम स्पष्ट नजर आती हैं.
1. महिलाएं पुरुष को पाने के लिए प्रयास करती है. इसके लिए महिला अपने बालों को छूती है और अपने कपड़ों पर भी हाथ फेरती है.
2. महिला का एक या दोनों हाथ अचानक से उसके शरीर के पीछे की ओर चले जाते हैं.
3. महिला अपने शरीर का कुछ भाग पुरुष की ओर झुकाने लगती है.
4. महिला के गालों की लाली अचानक बढ़ जाती है.
5. अगर पुरुष की बात की जाये तो उसके शरीर थोड़ा और तन जाता है.
6. प्रेम पाने को आतुर स्त्री या पुरुष उस अवस्था में कुछ युवा नजर आने लगते हैं.
7. इस अवस्था में महिलाएं अपने हाथ की उंगलियों को पूरी तरह खोल लेती हैं.
8. स्त्रियां झुकी हुई पलकों से पुरुष को निहारती हैं और कुछ देरे उनपर अपनी निगाहें टिकाए रहती हैं.
9. महिलाओ के शरीर के पिछले हिस्से में पहले की तुलना में थोड़ा और उभार आ जाता है.
10. किसी महिला से प्यार चाहने की अवस्था में पुरुष अपने बालों को संवारने की कोशिश करता है.
11. महिलाओ के होठ खुल जाते हैं और दोनों होठों पर थोड़ी तरलता आ जाती है.