UP: ‘मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना’ में बड़ा घोटाला, शादीशुदा जोड़ों ने भी कर ली शादी

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में बड़ा घोटाला उजागर हुआ है. राज्य की गरीब युवतियों के विवाह के लिए शुरू की गई इस योजना के तहत कई ऐसे जोड़ों ने भी शादी कर ली, जो पहले से शादीशुदा थे. ऐसा उन्होंने योजना के तहत गरीब युवतियों को मिलने वाली 20 हजार रुपये की राशि, गहने और गिफ्ट के लालच में किया. इस घोटाले के सामने आने के बाद सरकार व संबंधित अधिकारी सवालों के घेरे में आ गए हैं. मामले में प्रशासन की ओर से जांच के आदेश दे दिए गए हैं. बताया जा रहा है कि इस घोटाले से सरकार को करीब तीन लाख रुपये का चूना लगा है.

UP: 'मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना' में बड़ा घोटाला, शादीशुदा जोड़ों ने भी कर ली शादी

जानकारी के मुताबिक, 24 फरवरी को यूपी की मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 66 जोड़ों की शादी करवाई गई थी. ग्रेटर नोएडा के वाईएमसीए क्लब में हुए इस आयोजन में करीब 11 जोड़े ऐसे निकले जो पहले से ही शादीशुदा थे. इनमें से कई दंपति ऐसे थे जिनके बच्चे तक हैं. इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम में स्थानीय नेताओं समेत कई अफसर भी शामिल हुए थे.

इस घोटाले के शिकायतकर्ता नरेंद्र ने कहा कि उसने पहले ही इस धांधली की शिकायत की थी. लेकिन प्रधान और प्रशासन के मिलीभगत की वजह से उसकी बात नहीं सुनी गई. इस वजह से सामूहिक विवाह योजना के तहत ये पूरा घोटाला हो गया. घोटाले के सामने आने पर डीएम बी एन सिंह का कहना है कि इस तरह की गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए थी. उन्होंने मीडिया के सामने मामले में जांच करवाए जाने और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया.

वहीं घोटाले की जांच करने नंगला चिति गांव पहुंचे सीडीओ अनिल कुमार सिंह ने माना कि शादी कराने में धांधली हुई है. हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि फर्जी जोड़ों का जो आंकड़ा बताया जा रहा है वो सही नहीं है. सामूहिक विवाह योजना के तहत शादी करने वाले जोड़ों की संख्या बताए जा रहे आंकड़े से कम है.

 
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