आचार संहिता के बाद भी उल्लंघन की हजारों शिकायतें निर्वाचन आयोग तक पहुंची

राजस्थान विधानसभा 2023 में आचार संहिता उल्लंघन के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। साल 2018 विधानसभा चुनाव के मुकाबले अब तक दोगुनी से अधिक शिकायतें मिली हैं। शिकायतों पर औसतन 29 मिनट में कार्रवाई हो रही है।

नेताओं के विवादित बयान हों या अन्य मामले, राजस्थान में इन दिनों आचार संहिता की पालना को लेकर निर्वाचन आयोग बेहद सख्त नजर आ रहा है। आचार संहिता लगने के बाद अब तक 9,300 से अधिक आचार संहिता उल्लंघन की शिकायतें सी-विजिल एप के माध्यम से मिल चुकी हैं। साल 2018 में राजस्थान विधानसभा चुनाव आचार संहिता के दौरान सी-विजिल एप पर 4,440 शिकायतें ही मिली थीं।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि इस बार मात्र 20 दिन में ही गत विधानसभा चुनाव के मुकाबले दोगुनी से अधिक आचार संहिता उल्लंघन की शिकायतें सी-विजिल एप पर मिली हैं। इससे स्पष्ट है कि प्रदेश में निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित कराने में आमजन स्वयं सजगता और सतर्कता के साथ महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि जयपुर और अलवर में सबसे अधिक क्रमशः 1,426 और 1,073 शिकायतें प्राप्त हुई हैं। उन्होंने बताया कि सी-विजिल एप पर प्राप्त हो रही इन शिकायतों पर औसतन 29 मिनट में कार्रवाई हो रही है। उन्होंने बताया कि कार्रवाई योग्य पाई गई 2,661 शिकायतों में से 88 प्रतिशत का निस्तारण तय समय सीमा यानी 100 मिनट के भीतर कर दिया गया।

उन्होंने बताया कि कार्रवाई में लगने वाले समय की बात करें तो अलवर, चित्तौड़गढ़ में सबसे तेज औसतन 10 मिनट और करौली, दौस एवं सवाई माधोपुर में औसतन 14 मिनट में इन शिकायतों का निस्तारण हो रहा है। इस प्रकार, सी-विजिल पर प्राप्त शिकायतों पर रिकॉर्ड समय में कार्रवाई हो रही है। गुप्ता ने कहा कि विधानसभा में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर सघन निगरानी रखने के लिए ‘सी-विजिल‘ एप भारत निर्वाचन आयोग की एक बेहतरीन पहल है।

एप पर ऐसे दर्ज कर सकते हैं शिकायत
गुप्ता ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति चाहे तो अपनी पहचान गुप्त रखकर भी सी विजिल एप में अपनी शिकायत दर्ज करवा सकता है। एप में पहचान गोपनीय रखने का विकल्प मौजूद है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि एप को प्रदेशवासी इस एप को अधिकाधिक डाउनलोड कर तस्वीर, वीडियो और दस्तावेजी साक्ष्य के साथ शिकायत कर आचार संहिता की पालना सुनिश्चित कराने में सहयोग करें।

Back to top button