क्या धवन के लिए टीम इंडिया के दरवाजे अब हमेशा के लिए बंद हो गए हैं?

बीसीसीआई ने शुक्रवार को एशियन गेम्स 2023 के लिए टीम इंडिया का एलान कर दिया। भारतीय सेलेक्टर्स ने सभी को हैरान करते हुए रुतुराज गायकवाड़ को इस टूर्नामेंट के लिए टीम की कमान सौंपी है। वहीं शिखर धवन टीम में जगह तक नहीं बना सके हैं। गब्बर ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मुकाबला साल 2022 में खेला था।

शुक्रवार की रात जब भारतीय सेलेक्टर्स ने एशियन गेम्स 2023 के लिए टीम इंडिया का एलान किया, तो कई युवा खिलाड़ियों की किस्मत जाग उठी। रिंकू सिंह, प्रभसिमरन, जितेश शर्मा जैसे यंग प्लेयर्स के घर में यकीनन इस समय खुशी का माहौल है। हालांकि, सेलेक्टर्स ने इस टीम चयन के साथ ही एक स्टार बल्लेबाज के करियर पर ग्रहण भी लगा दिया है। नाम आप भी जानते हैं, शिखर धवन।

माना जा रहा था कि गब्बर को इस टूर्नामेंट के लिए टीम की कप्तानी सौंपी जाएगी। हालांकि, कप्तानी तो छोड़िए यहां तो धवन को टीम में जगह तक नहीं दी गई है। ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि क्या धवन के लिए टीम इंडिया के दरवाजे अब हमेशा के लिए बंद हो गए हैं?

धवन के लिए बंद हुए दरवाजे?

पिछले साल जब टी-20 वर्ल्ड कप के लिए  को नजरअंदाज किया गया था, तो गब्बर का कहना था कि उनका फोकस 50 ओवर के वर्ल्ड कप पर है। हालांकि, सच्चाई यह है कि धवन को टी-20 की तरह ही वनडे टीम से भी लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है। वेस्टइंडीज दौरे पर टीम इंडिया को तीन वनडे खेलने हैं, लेकिन उस टीम में गब्बर का दूर-दूर तक नाम शुमार नहीं है। ऐसे में धवन भारत की धरती पर होने वाले विश्व कप में खेलेंगे या नहीं यह अपने आप में एक बड़ा सवाल है।

कप्तानी छोड़िए, टीम में जगह तक नहीं मिली

बीसीसीआई ने जब  में भारतीय टीम को भेजने का फैसला किया, तो बताया गया कि इस टूर्नामेंट में बी टीम शिरकत करेगी। तभी से ऐसी अटकलें लगने लगीं कि एशियन गेम्स में शिखर धवन को टीम की कमान सौंपी जा सकती है। हालांकि, भारतीय सेलेक्टर्स ने सभी को हैरान करते हुए रुतुराज गायकवाड़ को टीम का कप्तान नियुक्त कर दिया और गब्बर को टीम में जगह तक नहीं मिली।

गब्बर का कसूर क्या?

शिखर धवन का टीम में चयन ना होना यकीनन थोड़ा चौंकाने वाला है। गब्बर आखिरी बार भारतीय टीम की जर्सी पहनकर साल 2022 में उतरे थे। वनडे में बांग्लादेश के खिलाफ दिसंबर में उन्होंने अपना आखिरी मैच खेला था। इस सीरीज में धवन का बल्ला खामोश रहा था और उन्होंने तीन मैचों में सिर्फ 18 रन बनाए थे। हालांकि, इस सीरीज में फ्लॉप होने के बाद धवन की वनडे टीम में वापसी नहीं हुई। 167 वनडे मैचों में 44.11 की औसत से 6,793 रन कूटने वाले बाएं हाथ के इस बैटर का रिकॉर्ड इतना भी खराब नहीं है कि उनको मौके ही ना दिए जाए।

इतना खराब भी नहीं रिकॉर्ड

साल 2022 में धवन ने 22 वनडे मैच खेले थे और इस दौरान 34 की औसत से उनके बल्ले से 688 रन निकले थे, जिसमें छह अर्धशतक शामिल थे। वहीं, 2021 में गब्बर ने 59.40 की एवरेज से 297 रन बनाए थे। टी-20 टीम से धवन का नाता पहले ही टूट चुका है। एशियन गेम्स 2023 का फॉर्मेट भी फटाफट वाला है और शायद इस वजह से भी उनको टीम में नहीं रखा गया है। हालांकि, वनडे में बेमिसाल रिकॉर्ड होने के बावजूद धवन की अनदेखी थोड़ी चौंकाने वाली जरूर है।

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