पंजाब में एक बार फिर AAP की कमान सम्भालेंगे भगवंत मान

चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी ने सुखपाल सिंह खैहरा ग्रुप की बगावत के बाद एक बार फिर से पार्टी की कमान भगवंत मान के हाथ में देने की कवायद शुरू कर दी है। खैहरा के सामने पार्टी मान को हथियार बनाकर पंजाब में खत्म हो चुकी आप को नए सिरे से खड़ा करने का फैसला किया है। मान ने केजरीवाल की ओर से अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया से नशे के मुद्दे पर माफी मांगने से नाराज होकर प्रधान पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके साथ उप प्रधान अमन अरोड़ा ने भी इस्तीफा दिया था। उस समय खैहरा ने इस्तीफा नहीं दिया था, लेकिन केजरीवाल के फैसले की जमकर निंदा की थी।पंजाब में एक बार फिर AAP की कमान सम्भालेंगे भगवंत मान

खैहरा के खिलाफ पार्टी ने किया मान के इस्‍तेमाल का निश्‍चय, संगरूर से ही चलेगी आप की सियासत

खैहरा इसके बाद से ही केजरीवाल के निशाने पर थे। नेता प्रतिपक्ष के रूप में एक साल से ज्यादा के कार्यकाल में खैहरा ने सरकार की नाक में विभिन्न मुद्दों पर दम कर रखा था। रेत खनन के ठेकों में साठगांठ को लेकर पूर्व कैबिनेट राणा गुरजीत सिंह के इस्तीफे से लेकर नशा व अन्य मुद्दों पर सरकार को घेरने वाले खैहरा को पार्टी ने 26 जुलाई को नेता प्रतिपक्ष के पद से हटाकर उनके स्थान पर हरपाल सिंह चीमा को नेता प्रतिपक्ष बना दिया था।

पार्टी के इस फैसले के खिलाफ खैहरा ने अपने समर्थक छह विधायकों के साथ बठिंडा में कन्‍वेंशन आयोजित करके पार्टी से बगावत कर दी थी। 2 अगस्त को हुई कांफ्रेंस में पहुंची कार्यकर्ताओं की भीड़ ने केजरीवाल के फैसलों के खिलाफ खैहरा के साथ खड़ा होने का दावा किया था। इसके बाद पार्टी की नींव पंजाब में हिल गई।

उसी दिन केजरीवाल की दिल्ली में पंजाब के बाकी 13 विधायकों के साथ हुई बैठक में खैहरा के खिलाफ कार्रवाई की बजाय यह घोषणा की थी कि पार्टी फिलहाल कोई कार्रवाई नहीं करेगी, बल्कि सभी को मौका देगी कि वह पार्टी में वापस आ जाएं। पहले उम्मीद की जा रही थी कि अगर कन्‍वेंशन सफल नहीं होती है, तो खैहरा गुट के खिलाफ पार्टी बड़ी कार्रवाई कर सकती है।

कन्‍वेंशन में खैहरा ने एेलान कर दिया था कि 12 अगस्त से पंजाब आप का गठन नए सिरे से किया जाएगा। होशियारपुर से इस संबंध में अभियान की शुरुआत की जाएगी। उसके जवाब में पार्टी ने एक बार फिर से भगवंत मान व अरोड़ा के हाथ में पार्टी की कमान देने का फैसला किया है।

यही वजह है कि शनिवार को बैठक में आप नेताओं की तरफ से इस संबंध में हाईकमान के सामने मांग उठाई गई है, जबकि इस मामले की सियासी स्क्रिप्ट पहले ही लिखी जा चुकी है। मान व अरोड़ा के हाथों में पार्टी की कमान आने के बाद एक बार फिर आधिकारिक तौर पर संगरूर लोकसभा हलके को ही सभी महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेवारी के पास चली जाएगी। 

इसडू व बाबा बकाला में होगी कांफ्रेंस

आम आदमी पार्टी के जोनल इंचार्जों व अन्य नेताओं की बैठक शनिवार को चंडीगढ़ के सेक्टर 36 में हुई। बैठक में सभी नेताओं ने एकमत होकर हाईकमान से मांग की है कि भगवंत मान व अमन अरोड़ा का इस्तीफा रद करके उन्हें प्रधान व उप प्रधान के पदों पर बहाल किया जाए। आप नेताओं ने हरपाल सिंह चीमा को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने को लेकर उनका स्वागत किया।

इस मौके पर महिला विधायकों के खिलाफ सोशल मीडिया पर की गई अपमानजनक टिप्पणियों की निंदा की गई। बैठक के बाद सूबा सह प्रधान डॉ. बलबीर सिंह ने बताया कि 13 अगस्त को जालंधर में आप नेताओं की बैठक बुलाई गई है। बैठक में मनीष सिसोदिया विशेष तौर पर शिरकत करेंगे।

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