रिसर्च :मोबाइल से होता है कैंसर साबित
वॉशिंगटन। एक बड़े अध्ययन में साबित हुआ है कि मोबाइल फोन का कैंसर होने से संबंध है। यह अध्ययन अमेरिकी सरकार की ओर से किया गया। इसमें लंबे समय तक मोबाइल फोन का यूजर की हेल्थ पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में शोध किया गया था।
नेशनल टेक्सिकोलॉजी प्रोग्राम के तहत शोधकर्ताओं ने चूहों को फोन से निकलने वाली रेडियो फ्रीक्वेंसी के संपर्क में रखा। इसके बाद चूहों के दिमाग और दिल में दो तरह के ट्यूमर का विकसित होना पाया गया। जिन चूहों को इस रेडियो फ्रीक्वेंसी से दूर रख गया, उनमें ट्यूमर होना नहीं पाया गया।
दो सालों तक विभिन्न अंतराल में किए गए इस प्रयोग में 2500 चूहों को शामिल किया गया था। अध्ययन के साथ जारी की गई रिपोर्ट में बताया गया कि रेडियो फ्रीक्वेंसी के कारण लोगों के स्वास्थ्य में इसका काफी प्रभाव पड़ता है।
माना जा रहा है कि मोबाइल फोन के प्रयोग और उसका कैंसर से संबंध होने के बारे में यह सबसे बड़ा अध्ययन है। इस शोध के लिए अमेरिकी सरकार ने 2.5 करोड़ डॉलर की राशि दी थी। नेशनल टेक्सिकोलॉजी प्रोग्राम रिसर्च में काम कर चुके रॉन मेलनिक ने इन नतीजों की समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि लोगों का कहना है कि मोबाइल फोन के उपयोग से कोई जोखिम नहीं होता है। मगर, मुझे लगता है कि इस अध्ययन के बाद इस तरह के बयानों को खत्म कर देना चाहिए। गौरतलब है कि पहली बार 1990 के दशक में उठने के बाद से वैज्ञानिकों की राय इस बारे में बंटी हुई थी।