सीएम योगी ने फ्लीट रोक कर काले झंडे दिखाने वालों को नक्सलवादी घोषित कर कार्यवाही का दिया आदेश

लखनऊ । लखनऊ यूनिवर्सिटी के छात्रों द्वारा फ्लीट रोके जाने से सीएम आदित्यनाथ योगी खासे नाराज़ हुए हैं . मंच से कहा ऐसी नक्सलवादी मानसिकता के लोगों को कुचलने को आवश्यकता है. इस बात पर वीसी बोले फ्लीट रोकने वाले छात्रों के खेलाफ होगा सख्त एक्शन. इसके साथ ही सीएम की फ़्लिट रोकने वाले छात्र- छात्राओं को जेल भेजने की तैयारी भी हो रही है. 
मुख्यमंत्री को काला झंडा दिखाने पर हिरासत में लिए गए अंकित सिंह बाबू ,अनिल यादव मास्टर , सतवंत सिंह ,महेंद्र यादव ,माधुरी सिंह विनीत कुशवाहा ,राकेश ,अशोक कुमार ,प्रभात को अभी थाना हसनगंज में रखा गया है . अभी तक कुल १४ लोगों को हिरासत में लिया गया हैं. 

फ्लीट रोक कर काले झंडे

फ्लीट रोक कर काले झंडे: क्या है मामला

लखनऊ यूनिवर्सिटी (एलयू) में हिंदवी स्वराज्य दिवस समारोह में आये सीएम व राज्यपाल को शामिल होना था। यह कार्यक्रम यूनिवर्सिटी कैम्पस में ही हो रहा है। मुख्यमंत्री चुस्त सुरक्षा दस्ते के बीच जैसे ही यूनिवर्सिटी के गेट एक के पास पहुंचे हनुमान मंदिर के सामने से छात्रों के गुट उनको काले झंडे दिखाने के लिए टूट पड़े। 

सुरक्षा में इसे बड़ी चूक मानी जा सकती है। क्योंकि प्रदर्शन कर रहे छात्र और छात्राओं ने सीएम की गाड़ी को घेर लिया और योगी मुर्दाबाद, भाजपा मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। इस दौरान पुलिस छात्र और छात्राओं को पीटती रही, लेकिन विरोध कर रहे छात्र वहां से नहीं हटे। यह घटना करीब 10 मिनट तक चली। 

इसके बाद गिरफ्तार कर करीब एक दर्जन छात्र-छात्राओं को महानगर कोतवाली ले जाया गया। छात्र नेता अनिल यादव (मास्टर) का कहना है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने करीब 25 लाख रुपए इस कार्यक्रम में छात्रों के बजट से खर्च किए हैं। यह छात्रों के पैसे का दुरुपयोग है। मुख्यमंत्री को कार्यक्रम में नहीं आना चाहिए था।

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