दो साल पहले हरमनप्रीत कौर ने जड़ा था वह तूफानी शतक, जिसने भारत में बदल दिया महिला क्रिकेट

भारत में यूं तो खेलों के हाल बहुत अच्छे नहीं हैं, लेकिन क्रिकेट यहां अब एक त्यौहार की तरह मनाया जाता है. भारतीय क्रिकेट टीम ने भी दुनिया में कई खास मुकाम हासिल किए हैं. आज भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड  (BCCI) दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट है. लेकिन क्रिकेट की यह ऊंचाइयां केवल पुरुष क्रिकेट में हैं. महिला क्रिकेट शुरू से ही कई सालों तक उपेक्षित सा लगता था. लेकिन पिछले दो सालों में हालात काफी बदल गए हैं. महिला क्रिकेट भी तेजी से भारत में लोकप्रियता हासिल कर रहा है. इस बदलाव में टर्निंग प्वाइंट की भूमिका आज से दो साल पहले हरमनप्रीत कौर ( Harmanpreet Kaur) की वह पारी है जिसने भारतीय महिला क्रिकेट को नई ऊंचाइयां देने की नींव रखी.

20 जुलाई 2017 का दिन था वह
आज से दो साल पहले जब महिला विश्व कप शुरू हुआ था उस समय तक लोगों को इसमें ज्यादा दिलचस्पी नहीं थी. खास कर भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए यह एक और विश्व कप जैसा ही था. 27 मैचों के बाद जब वुमन टीम इंडिया ने सेमीफाइनल में जगह बनाई तब किसी को पता नहीं था मिताली राज की कप्तानी वाली यह टीम कुछ कमाल भी कर सकती थी. 20 जुलाई 2017 को हुए इस  मैच में भारत की कप्तान मिताली राज ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग की. सुबह की बारिश के कारण मैच 42 ओवरों के कर दिया गया था. इसके बाद 10वें ओवर में भारत के दो विकेट केवल 35 रन पर गिर गए थे. इसके बाद हरमनप्रीत कौर क्रीज पर आईं और महिला वनडे की संभवत: सर्वश्रेष्ठ पारी खेली. कौर ने 115 गेंदों पर 20 चौकों और सात छक्कों की मदद से नाबाद 171 रन बनाए.

रोहित शर्मा का तोड़ा रिकॉर्ड
हरमनप्रीत कौर अपने नाम कई रिकॉर्ड कायम करने में कामयाब हुईं. खास बात यह है कि उन्होंने कई पुरुष खिलाड़ियों को भी पीछे छोड़ दिया. जो रिकॉर्ड सचिन, धोनी और विराट नहीं बना पाए वो हरमनप्रीत कौर ने बना दिया. उस समय  आईसीसी पुरुष वर्ल्ड कप में नॉक आउट स्टेज में भारत की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड रोहित शर्मा के नाम था. उन्होंने 19 मार्च 2015 को बांग्लादेश के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मैच में 137 रन बनाकर यह रिकॉर्ड अपने नाम किया था. लेकिन हरमनप्रीत ने 171 रन बनाकर रोहित को पीछे छोड़ा.

दूसरी बार फाइनल में बनाई जगह
वुमन टीम इंडिया ने इस  मैच में चार विकेट पर 281 रन बनाए. ऑस्ट्रेलिया की टीम इसके जवाब में 40.1 ओवर में 245 रन पर आउट हो गई. भारत की जीत में अहम भूमिका हरमनप्रीत कौर की रही. वे प्लेयर ऑफ द मैच भी रहीं और उन्होंने वुमन टीम इंडिया दूसरी बार विश्व कप फाइनल में जगह दिलाई. यह खबर वायरल होते देर न लगी कि हरमनप्रीत ने रोहित का रिकॉर्ड तोड़ा और वे इस मामले में पुरुषों से आगे निकल गईं. हरमनप्रीत के इसी रिकॉर्ड ने ही भारत में महिला क्रिकेट की तस्वीर बदल दी.  इसके बाद तो फाइनल में हार के बावजूद वमन टीम इंडिया का भारत में शानदार स्वागत हुआ और फिर फैंस की दिलचस्पी महिला क्रिकेट में बढ़ गई. भारत में महिला क्रिकेटर्स भी स्टार बन गई.

बीसीसीआई ने आईपीएल में दी महिला क्रिकेट को जगह
हरमनप्रीत को बाद में टी20 वुमन टीम इंडिया का कप्तान बना दिया गया. वुमन क्रिकेट की बढ़ती लोकप्रियता का असर बीसीसीआई में भी दिखा और 10 साल बाद पहली बार आईपीएल में प्रायोगिक तौर पर एक महिला टी20 मैच कराया गया उसके बाद 2019 में तीन टीमों के बीच आईपीएल प्लेऑफ और लीग मैच के बीच मुकाबले कराए गए. बीसीसीआई वुमन आईपीएल शुरू कराने के लिए गंभीरता से प्रयास कर रहा है. आज वुमन क्रिकेट पर भी उतनी ही बारीकी से नजर रखी जा रही है जितनी की पुरुष क्रिकेट में. भारत में महिला क्रिकेट के प्रति रुझान तेजी से बढ़ रहा है यह इसका सबसे बड़ा सबूत है.

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