पंजाब: नगर निगम कर्मचारियों की Salary से जुड़ी अहम खबर, लिया गया सख्त फैसला

नगर निगम मुलाजिमों को सैलरी मिलने में हो रही देरी के मद्देनजर कमिश्नर ने सख्त फैसला लिया है जिसके तहत सैलरी के बिल बनाने में कोताही बरतने वाले क्लर्क को 2 महीने की तनख्वाह नहीं मिलेगी।

इस संबंध में जारी आर्डर में कमिश्नर ने जिक्र किया है कि नगर निगम मुलाजिमों को सैलरी मिलने में बिना वजह देरी होने की शिकायतें मिल रही हैं जिसके लिए अकाऊंट ब्रांच में सैलरी बिल समय पर न पहुंचने का हवाला दिया जाता है जिसके मद्देनजर सभी ब्रांचों को आदेश दिया गया है कि मुलाजिमों की सैलरी के बिल बनाकर ही महीने की 7 तारीख तक अकाऊंट ब्रांच में भेजना यकीनी बनाया जाए। लइसके बावजूद अगर किसी क्लर्क ने सैलरी के बिल बनाकर 7 तारीख तक अकाऊंट ब्रांच में न भेजे तो उसकी 2 महीने की तनख्वाह नहीं मिलेगी। इस एक्शन की शुरूआत करने से पहले 18 अप्रैल तक सैलरी के बिल वैरिफाई न करवाने के आरोप में कमिश्नर द्वारा हैल्थ ब्रांच के 3 क्लर्कों को नोटिस जारी कर दिया गया है।

रिकार्ड गायब होने को लेकर पुलिस में दर्ज करवाई जाएगी रिपोर्ट
नगर निगम में फर्जी सफाई कर्मियों के अकाऊंट में करोड़ों का फंड ट्रांसफर होने का जो मामला सामने आया था, उसके बाद जहां कमिश्नर ने 2 सैनेटरी इंस्पैक्टरों सहित हैल्थ ब्रांच के 7 मुलाजिमों को सस्पैंड करके केस दर्ज करवाया गया है, वहीं लोकल बॉडीज विभाग के चीफ विजीलैंस ऑफिसर की रिपोर्ट के आधार पर प्रिंसीपल सैक्रेटरी ने सभी मुलाजिमों की वैरिफिकेशन करवाने के निर्देश दिए गए हैं। इस दौरान कई मुलाजिमों का सर्विस रिकार्ड न मिलने की बात कही गई है जिससे उनकी सैलरी रिलीज करने में देरी हो रही है जिसके मद्देनजर कमिश्नर द्वारा सभी मुलाजिमों से सर्टिफिकेट लेने के बाद रिकार्ड गायब होने को लेकर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाने के निर्देश दिए गए हैं।

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