11 साल का सूरज, कैलकुलेटर से भी तेज दिमाग, मां को कराता है PSC की तैयारी
गरोठ (मंदसौर)/इंदौर.प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं होती। यह साबित कर दिखाया तहसील के छोटे से गांव पावटी के 11 साल के सूरज भानुप्रतापसिंह ने। सातवीं कक्षा का यह बालक विलक्षण प्रतिभा का धनी है।
रूस, अमेरिका सहित विश्व के 12 प्रसिद्ध देशों की जनसंख्या, क्षेत्रफल संबंधी जानकारी के साथ उसके दिमाग में देश का पूरा क्षेत्रफल, जनसंख्या, बोलियां, प्रदेश, उनके क्षेत्रफल सहित अन्य छोटी से लेकर बड़ी तक हर जानकारी का भंडार है। कैलकुलेटर से भी तेज गति से वह अंकों और संख्याओं को जोड़ सकता है। बड़ा उदाहरण यह कि जब उससे 299 का पहाड़ा बोलने के लिए कहा तो महज दो मिनट 45 सेकंड में में उसने पूरा पहाड़़ा बनाकर बोल दिया। खास बात यह कि वह जो एक बार पढ़ लेता है उसे कभी नहीं भूलता। यही कारण है कि मां सौरभकुंवर को वह पीएससी की तैयारी भी करवाता रहता है। सूरज कलेक्टर बनना चाहता है और उसका कहना है एक अच्छा कलेक्टर बनने के लिए प्रारंभिक आधार मजबूत होना जरूरी है। उसकी इस प्रतिभा के बारे में सौरभकुंवर का कहना है वह पहली कक्षा और स्कूल जाने से पहले से ही जिज्ञासु प्रवृत्ति का रहा है। हर समय उसके दिमाग में सवाल रहते हैं और वो पूछता रहता है।
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स्कूल के लिए करता है शिक्षकों का इंटरव्यू
गांव के रहवासी और सौंधिया राजपूत युवा संगठन प्रदेश अध्यक्ष डॉ. शंभूसिंह चौहान ने बताया सूरज के पिता सुजानसिंह तंवर गांव में ही स्कूल चलाते हैं। उनके स्कूल में शिक्षकों की नियुक्तियों में भी सूरज बड़ी भूमिका निभाता है। वो शिक्षकों के इंटरव्यू लेता है और जब संतुष्ट हो जाता है उसके बाद ही पिता नियुक्तियां करते हैं। यही नहीं समय मिलने पर वह स्कूल के बच्चों को पढ़ा भी देता है।
गांव के रहवासी और सौंधिया राजपूत युवा संगठन प्रदेश अध्यक्ष डॉ. शंभूसिंह चौहान ने बताया सूरज के पिता सुजानसिंह तंवर गांव में ही स्कूल चलाते हैं। उनके स्कूल में शिक्षकों की नियुक्तियों में भी सूरज बड़ी भूमिका निभाता है। वो शिक्षकों के इंटरव्यू लेता है और जब संतुष्ट हो जाता है उसके बाद ही पिता नियुक्तियां करते हैं। यही नहीं समय मिलने पर वह स्कूल के बच्चों को पढ़ा भी देता है।