अगर आपके पास भी है रुपे कार्ड तो अब ऐसे मिलेगा 16 हजार का कैशबैक

अगर आप रुपे कार्ड का इस्तेमाल करते हैं तो आपके लिए एक जरूरी खबर है। दरअसल, रुपे कार्ड ने अपने अंतरराष्ट्रीय कार्डधारकों को 40 फीसदी तक कैशबैक देने का ऐलान किया है।

रुपे कार्ड

भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम की ओर से जारी बयान के मुताबिक संयुक्त अरब अमीरात, सिंगापुर, श्रीलंका, ब्रिटेन, अमेरिका, स्पेन, स्विट्जरलैंड और थाइलैंड की यात्रा पर जाने वाले भारतीय इस ऑफर का फायदा उठा सकते हैं।

कहने का मतलब ये है कि चुनिंदा देशों में ही ये ऑफर मिल सकेगा। इन देशों में रुपे इंटरनेशनल कार्ड को एक्टिवेट कराने पर मासिक 16,000 रुपये तक का कैशबैक मिलेगा।

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हालांकि कैशबैक का लाभ लेने के लिए ग्राहकों को न्यूनतम 1,000 रुपये का लेनदेन करना होगा। एक लेनदेन पर अधिकतम 4,000 रुपये तक कैशबैक मिलेगा।

ग्राहक एक महीने में चार बार RuPay इंटरनेशनल कार्ड का इस्तेमाल कर इस पेशकश का लाभ ले सकते हैं। उनके पास एक महीने में 16,000 रुपये तक कैशबैक पाने का अवसर होगा।

बता दें कि NPCI और JCB इंटरनेशनल को. लिमिटेड ने पिछले साल जुलाई में RuPay JCB ग्लोबल कार्ड्स को लॉन्च किया। इन कार्ड्स को भारतीय बैंकों के साथ मिलकर लॉन्च किया गया था। JCBI, JCB को। लिमिटेड की इंटरनेशनल ऑपरेशंस सब्सिडियरी है।

क्‍या है रुपे कार्ड

आपको बता दें कि रुपे भारत का स्वदेशी भुगतान प्रणाली पर आधारित एटीएम कार्ड है। इसे वीजा व मास्टर कार्ड की तरह प्रयोग किया जाता है। पहले देश में भुगतान के लिए वीजा व मास्टर कार्ड के डेबिट कार्ड तथा क्रेडिट कार्ड प्रचलन में थे, वहीं यह कार्ड भी देश में चलन में है। बता दें कि वीसा और मास्‍टर कार्ड विदेशी भुगतान प्रणाली पर आधारित है। रुपे को भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) ने विकसित किया था।

8 मई 2014 को भारत के उस समय के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भारत का अपना भुगतान कार्ड ‘RuPay ’ राष्ट्र को समर्पित किया। भारतीय रिजर्व बैंक ने 2005 में ऐसी स्वदेशी सेवा की आवश्यकता की परिकल्पना की थी और यह कार्य 2010 में इसके संचालन के तुरंत बाद भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) को सौंप दिया था।

एनपीसीआई ने रुपे सेवा को अप्रैल 2013 में ही शुरू कर दिया था जबकि कार्ड भुगतान नेटवर्क को पूरी तरह कार्य रूप देने में सामान्यत: पाँच से सात वर्ष लग जाते हैं। उस समय तक इस नेटवर्क में 70 लाख कार्ड जारी किए जा चुके थे। रुपे परियोजना में 17 बैंकों ने सहयोग दिया है।

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