आफत में पड़ सकती है दिल्ली एयरपोर्ट पर यात्रियों की जान
नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अत्याधिक दुकानें और रेस्तरां आपातकाल के दौरान यात्रियों के जीवन को खतरे में डाल सकते हैं, लेकिन हवाई अड्डे के ऑपरेटर और सरकार इन सुरक्षा चिंताओं को नजरअंदाज कर रही है. पीएसी ने अपनी ड्राफ्ट रिपोर्ट में कहा है कि सीआईएसएफ ने ये देखा है कि हवाई अड्डे पर बनी बड़ी-बड़ी दुकानें आपातकालीन स्थिति के दौरान लोगों को निकालने में एक बहुत बड़ी बाधा साबित हो सकती हैं. सीआईएसएफ पूरे देश की हवाई अड्डो में सुरक्षा प्रदान करती है.
समिति ने ऑपरेटरों को पाया दोषी
7 मार्च को हवाई अड्डे के दो यात्री टर्मिनल के दौरे के दौरान 14 पीएसी सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल ने सिंह से मुलाकात की थी. सीआईएसएफ के डीजी ने इस रिपोर्ट पर अभी कोई टिप्पणी नहीं की है. इसके साथ ही मंत्रालय के प्रवक्ता ने भी पीएसी की रिपोर्ट पर कुछ नहीं कहा है.
पीएसी ने ये भी कहा कि भारत के हवाई यात्रियों के संघ एपीएआई से प्रतिक्रिया मिली है कि यात्रीयों का अनुभव काफी भयानक है. एअरपोर्ट पर सेवाएं काफी महंगे हैं, लाउंज और टॉयलेट काफी गंदे हैं. खाने के सामानों की क्वालिटी काफी खराब है. लाउंज पर बैठने की सुविधा पर्याप्त नहीं है, और बैगेज हैंडलिंग काउंटर असुविधाजनक हैं.
समिति को बताया गया कि फीडबैक फॉर्म उपलब्ध हैं, लेकिन इन सुझावों/शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती हैं. समिति ने इस संबंध में ऑपरेटरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं करने के लिए एमओसीए (नागरिक उड्डयन मंत्रालय) पर आरोप लगाया है. दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (डीआईएएल) एक जाइंट वेंचर है जो जीएमआर ग्रुप के साथ कार्य करता है.
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डीआईएल के प्रवक्ता का कहना है कि पिछले छ: वर्षों में, आईजीआई हवाई अड्डे ने हवाई अड्डे सेवा गुणवत्ता (एएसक्यू) में शानदार रैंकिंग बरकरार रखी है. हवाई अड्डे पर यात्रियों की सुविधाओं, लोगों की पहुंच, स्वच्छता, सुरक्षा, मनोरंजन और अन्य पहलुओं जैसे मापदंडों पर भारत और दुनिया भर के अन्य हवाई अड्डों के लिए एक मॉडल के रूप में कार्य करता है.
दो टर्मिनल, टी 1 और टी 3, प्रत्येक दिन 150,000 से ज्यादा यात्रियों को सेवा प्रदान करते हैं, लगभग 1200 उड़ानें रोजाना आ और जा रही हैं. सूत्र के मुताबिक, बीजेपी सांसद ने पेनल से ये मांग की थी कि पैनल को डीआईएल और भारत के हवाईअड्डा प्राधिकरण के बीच समझौते के कथित उल्लंघन की सीबीआई जांच की सिफारिश करनी चाहिए.
हवाई अड्डे का दौरा करने वाले प्रतिनिधिमंडल में अध्यक्ष के.वी. थॉमस, भाजपा सांसद निशिकांत दुबे, बीजेडी सांसद भर्तृहरि महताब और कांग्रेस के सांसद शांताराम नाईक और 10 अन्य सांसद शामिल थे.