चल पड़ा मोदी सरकार का बोतल में गंगाजल बेचने का बिजनेस

केंद्र की मोदी सरकार ने पोस्ट ऑफिसों के विशाल नेटवर्क के जरिए देश के कोने-कोने में बसे लोगों तक गंगाजल आसानी से पहुंचाने की योजना शुरू की है।केंद्रीय मंत्रियों रवि शंकर प्रसाद और मनोज सिन्हा ने पटना में रविवार, 10 जुलाई 2016 को बोतलों में गंगाजल बेचने की योजना का उद्घाटन किया। यह योजना काफी हिट साबित हुई है।

बोतल में गंगाजल बेचने का बिजनस

योजना के तहत पोस्ट ऑफिसों के जरिए देश भर में गांगजल बिक्री के लिए उपलब्ध कराया जा रहा है। पश्चिम बंगाल में 47 हेड पोस्ट ऑफिसों के जरिए गंगाजल की बोतलें बेचने की शुरुआत हुई और दो दिनों बाद सारे स्टॉक खत्म हो गए।अभी गंगोत्री और ऋषिकेश, दो जगहों का गंगाजल बेचा जा रहा है। उद्घाटन के मौके पर मंत्री मनोज सिन्हा ने कहा कि बिहार के सुल्तानगंज में गंगा का जल साफ होने पर यहां से भी गंगाजल बोतलों में भरकर बेचा जाएगा।

gangajal

ऑनलाइन भी ऑर्डर कर सकतें है गंगाजल

अगर कोई ऑनलाइन ऑर्डर कर गांगजल की बोतलें मंगाना चाहता है तो उसे सुंदर बक्से में ये बोतलें उसके दरवाजे तक पहुंच जाएंगी। इसके लिए बस उसे स्पीड पोस्ट चार्ज देना होगा जो दूरी के हिसाब से अलग-अलग हो सकता है।ऑनलाइन ऑर्डर प्लेस करने के लिएhttps://www.epostoffice.gov.in/ पर लॉग इन किया जा सकता है या     https://www.epostoffice.gov.in/Loginop.aspx?service=eProduct पर डायरेक्टली क्लिक करने के बाद यहां रजिस्टर कर या गेस्ट यूजर के रूप में लॉग इन कर ऑर्डर किया जा सकता है।

अभी 200 मि.ली. और 500 मि.ली. की दो अलग-अलग माप की बोतलों में ऋषिकेश के गंगाजल की बिक्री हो रही है। आगे की स्लाइड्स पर जानें कीमत।गंगोत्री के गंगाजल की 200 मि.ली. वाली बोतल की कीमत 15 रुपये जबकि 500 मि.ली. वाली बोतल की कीमत 22 रुपये है।पश्चिम बंगाल की चीफ पोस्ट मास्टर जनरल अरुंधती घोष के मुताबिक, गंगोत्री का गंगाजल जल्द ही महंगा हो जाएगा और 200 मि.ली. की बोतल 25 रुपये जबकि 500 मि.ली. की बोतल 35 रुपये हो जाएगी।

बोतल में गंगाजल बेचने का बिजनस

मोदी सरकार की इस योजना का कुछ लोग विरोध भी कर रहे हैं। इन्हें इस बात पर आपत्ति है कि पवित्र गंगाजल का भी व्यवसायीकरण हो रहा है जबकि यह मामला पूरी तरह से आस्था और श्रद्धा का है। ट्विटर पर भी ऐसे सवाल पूछे जा रहे हैं। Now pious Gangajal will be sold. Sacred Water has been commercialized. Wat if faith also..?— Akash Singh (@AkashSi33917252) 

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