पहली बार सेना ने खुली भर्ती में बेटियों के लिए द्वार, इन्हें मैदान में देख अच्छे-अच्छों के छूट जाएंगे पसीने
पहली बार सेना ने खुली भर्ती में बेटियों के लिए द्वार क्या खोले, मुश्किल डगर पर चलने में हिचकिचाहट उन्होंने जरा भी नहीं दिखाई। भर्तीं के लिए 10वीं में न्यूनतम 45 फीसद अंक ऑनलाइन पंजीकरण का आधार थे। कटऑफ लिस्ट 86 फीसद पर जाकर ठहरी मगर, इससे कम या अधिक अंक पाने वाली बेटियों की संख्या भरपूर सामने आई। बारी अब भर्ती के सबसे मुश्किल इम्तिहान की है। यानी फिजिकल टेस्ट, जिससे पार पाने के लिए वे मैदान में जमकर पसीना बहा रही हैं।
मिलिट्री महिला पुलिस के 100 पदों की भर्ती के लिए उत्तर प्रदेश सहित देश भर से बालिकाओं ने अपना ऑनलाइन पंजीकरण करवाया है। मिलिट्री पुलिस में भर्ती के लिए देश के पांच शहरों को ही चुना गया है। इसमें लखनऊ, अंबाला, जबलपुर, बेंगलूर और शिलांग शामिल है। सितंबर में लखनऊ की प्रस्तावित भर्ती रैली में 1.6 किलोमीटर की दौड़ होगी। इस दौड़ को 7:30 मिनट में पूरा करने पर ग्रुप एक और आठ मिनट में दौड़ पूरा करने पर ग्रुप दो में रखा जाएगा। ऐसे में यदि लिखित परीक्षा के बाद बनने वाली मेरिट में बेहतर स्थान हासिल करना है तो दौड़ को 7:30 मिनट तक पूरा करना होगा। दौड़ के साथ बेटियों को 10 फीट की लांग जम्प और तीन फीट ऊंची हाइजम्प में सफल होना पड़ेगा।
समान अंक पर उम्र पड़ेगी भारी
रैली में सफल अभ्यर्थियों के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा होगी, जिसमें निगेटिव मार्किंग की जाएगी। समान अंक हासिल होने पर अधिक उम्र को वरीयता दी जाएगी। वैसे उम्र साढ़े सत्रह से 21 साल रखी गई है। सेना के दिवंगत जवानों की पत्नी के लिए भर्ती की अधिकतम आयु 30 वर्ष होगी।
यहां दम दिखा रही बेटियां
सरोजनीनगर के कई गांवों की बेटियां यूपी सैनिक स्कूल के मैदान में सुबह दौड़ का नियमित अभ्यास कर रही हैं। आरडीएसओ के ग्राउंड और बंथरा में एक कोचिंग अकादमी के मैदान में कई गांवों की बेटियां रफ्तार के साथ दौड़ लगा रही हैं।