पराली जलाने से रोकने की कोशिशें नाकाम, 3 महीनों में 7645 स्थानों पर हुई राख
लखनऊ। आने वाले दिन सेहत के नजरिए से भारी पड़ सकते हैं। बढ़ती ठंड के कारण हवा जहां भारी हो रही है वहीं किसान पराली जलाना नहीं छोड़ रहे हैं। ऐसे में स्मॉग लोगों की सेहत के साथ-साथ जनजीवन को भी प्रभावित करेगा। रिमोट सेंसिंग सेंटर से मिली जानकारी के अनुसार अक्टूबर से 10 दिसंबर तक कुल 7645 जगह पराली जलाई गई।
साफ है कि कृषि विभाग की पराली को जलाने से रोके जाने सारी कोशिशें राख हो गईं। यह स्थिति तब है कि जबकि केंद्र सरकार द्वारा पराली व कृषि अवशेष को जलाने से रोकने के लिए कई तरह की योजनाएं लागू की गईं थीं। इसमें किसानों को फसल के खूंट निकालने के लिए यंत्र उपलब्ध कराना था।
राजधानी में एक्यूआइ 360, गाजियाबाद सबसे प्रदूषित रहा
मंगलवार को राजधानी में एक्यूआइ 360 दर्ज किया गया। यह सोमवार के मुकाबले 28 यूनिट कम रहा। देश का सबसे प्रदूषित शहर गाजियाबाद रहा जहां एक्यूआइ 433 रिकार्ड हुआ। ग्रेटर नोएडा 429, नोएडा 420, बागपत 410, हापुड़ 408, कानपुर में एक्यूआइ 390 रिकार्ड किया गया।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हो सकती है बूंदाबांदी
जम्मू कश्मीर के करीब पश्चिमी विक्षोभ बना हु आ है जिसके चलते पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बदली व बूंदाबांदी की संभावना है। हालांकि लखनऊ व आसपास मौसम साफ बना रहेगा। सुबह-शाम कोहरा होगा लेकिन दिन में आसमान साफ रहेगा।