क्यों होती है नस पर नस चढ़ने की समस्या और ऐसे में क्या करने से मिलेगी तुरंत राहत?

नस पर नस चढ़ना कोई गंभीर बीमारी नहीं है, बल्कि एक आम समस्या है, जिसका ज्यादातर लोगों ने अपनी लाइफ में कभी न कभी सामना किया ही होगा। वैसे ये समस्या ज्यादातर सोने के दौरान होती है, लेकिन उठते-बैठते अंगड़ाई लेने और एक्सरसाइज के दौरान भी नसें चढ़ सकती हैं। नस पर नस चढ़ने से शरीर के उस हिस्से में बहुत तेज दर्द होता है, मांसपेशियों में अकड़न महसूस होती है, लेकिन अच्छी बात ये है कि कुछ ही सेकंड में ये दर्द दूर भी हो जाता है।

नस चढ़ने की वजहें
नस पर नस चढ़ने की सबसे बड़ी वजह जो एक्सपर्ट्स बताते हैं वो है बॉडी में न्यूट्रिशन की कमी। इसके अलावा शरीर में पानी, सोडियम, पोटैशियम, कैल्शियम की कमी के चलते भी यह समस्या हो सकती है। साथ ही डायबिटीज, एल्कोहल का ज्यादा सेवन, शारीरिक कमजोरी में भी यह समस्या देखने को मिलती है। अन्य वजहें में शामिल है…

हीमोग्लोबिन की कमी
शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी के चलते भी नस चढ़ने की समस्या होती रहती है। हीमोग्लोबिन की कमी के चलते शरीर में ब्लड का सर्कुलेशन सही तरीके से नहीं हो पाता। जिस वजह से नसें चढ़ जाती हैं। हीमोग्लोबिन ब्लड सेल्स के जरिए बॉडी के हर एक अंग में ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है। जब ये प्रोसेस सही तरीके से नहीं हो पाता, तो नसें चढ़ जाती हैं। इसकी कमी दूर करने के लिए डाइट में आयरन रिच फूड्स शामिल करें।

विटामिन सी की कमी
विटामिन सी की कमी दूसरी बड़ी वजह है नस चढ़ने की। सिर्फ यही नहीं विटामिन सी की कमी होने पर शरीर कई रोगों का शिकार हो सकता है। विटामिन सी बॉडी को फ्लेक्सिबल बनाए रखने का काम करता है। विटामिन सी की कमी होने पर ब्लड सेल्स कमजोर होने लगते हैं, जिस वजह से नसें एक के ऊपर एक चढ़ जाती हैं।

नस चढ़ने पर करें ये उपाय

बर्फ की सिकाई
नस चढ़ने पर उस जगह की बर्फ से कम से कम 15 मिनट सिकाई करें। जिससे दर्द में आराम मिलेगा।

मालिश करें
नस चढ़ने पर सरसों तेल को गुनगुना करके उससे मालिश करने से भी बहुत फायदा मिलता है।

नमक का सेवन
सोडियम की कमी नस चढ़ने की वजह हो सकती है, तो इसके लिए जब कभी नस चढ़ें, तो थोड़ा-सा चाटने से भी फायदा मिलता है।

कैसे बचें इस समस्या से?
शरीर में पानी की कमी न होने दें।
अगर आपको सोते समय अकसर ये समस्या परेशान करती है, तो पैरों के नीचे तकिया रख कर सोएं।
शरीर में पोटैशियम की कमी न होने दें। केला में पोटैशियम की अच्छी मात्रा होती है, तो इसे डाइट में शामिल करें।
इन उपायों से राहत न मिले और परेशानी बनी रहे, तो डॉक्टर से कंसल्ट करने में देरी न करें।

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