धूम्रपान से बढ़ जाता है हड्डी टूटने का खतरा
भागदौड़ वाली इस जिंदगी में सेहत का खयाल रखना भी आवश्यक है। केजीएमयू के ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ आशीष कुमार का कहना है कि धूम्रपान और तंबाकू सेवन से शरीर में निकोटीन पहुंचता है जिससे हड्डियों के फ्रैक्चर होने का खतरा अधिक बढ़ जाता है। निकोटिन से कई तरह के महत्वपूर्ण तत्व जैसे विटमिन सी और ई की शरीर में कमी होने लगती है।
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धूम्रपान हड्डियों को करता है कमजोर
– हड्डियों, मांसपेशियों और जोड़ों को निकोटिन से कई तरह के नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं।
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– निकोटिन का अधिक सेवन करने वाले लोगों को पीठ दर्द की संभावना बढ़ जाती है। जो महिलाएं निकोटिन का सेवन करती हैं उनको सबसे अधिक रीढ़ की हड्डी की समस्या रहती है।
– खांसी होना और स्याटिका जैसी समस्या निकोटिन का सेवन करने वाले लोगों के लिए बहुत आम है।
– घाव भरने में समय लगना जैसी परेशानियां निकोटिन के सेवन से हो सकती हैं।
– इसका अधिक सेवन आपकी मांसपेशियों को कमजोर बनाता है।
धूम्रपान के कारण गर्भधारण में होती है समस्या
समाधान
– हर रोज 3 लीटर पानी पीने व धूप में टहलने से कमर, गर्दन, हड्डियों में दर्द नहीं होता।
– दो हड्डियों के बीच में डिस्क होता है जिसमें पानी रहेगा तो डिस्क स्वस्थ रहेगी।
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