मेट गाला में आलिया भट्ट के साड़ी लुक पर टिकी लोगों की नजरें

एक बार फिर से दुनिया के सबसे बड़े मेगा फैशन इवेंट मेट गाला का आगाज 6 मई से हो चुका है। न्यूयॉर्क शहर के मेट्रोपॉलिटन म्यूजियम ऑफ आर्ट में आयोजित मेट गाला इवेंट में न सिर्फ भारत बल्कि दुनिया भर के बड़े-बड़े सिलेब शिरकत करने पहुंचे हैं। मेट गाला 2024 में इस बार का थीम ‘गार्डन ऑफ टाइम: एन ऑड टू आर्ट एंड एटरनिटी है। ऐसे में हर सिलेब उसी के हिसाब से कपड़े पहन कर इवेंट में पहुंचेगा।

बात करें पहले दिन की तो इवेंट के पहले दिन आलिया भट्ट को वहां बेहद ही खूबसूरत अंदाज में देखा गया। आलिया ने मेट गाला के पहले दिन अपने लुक में भारतीय संस्कृति को दर्शाया। दरअसल, वो इवेंट के पहले दिन एक बेहद ही खूबसूरत सी साड़ी पहनकर पहुंची थीं। उनका ये लुक सामने आते ही लोगों ने उनकी तस्वीरों पर प्यार लुटाना शुरू कर दिया। लोगों को आलिया का ये साड़ी लुक बेहद ही कमाल का लग रहा है।

किसने किया डिजाइन
आलिया भट्ट ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर इस साड़ी की डिटेल्स साझा की हैं। उनकी इस पेस्टल ग्रीन रंग की खूबसूरत साड़ी को सब्यासाची ने तैयार किया है। इस साड़ी को बनाने की प्रेरणा 1920 के काल से ली गई है। इस पर बेहद ही खूबसूरती से हाथ से कढ़ाई की गई है, जो इसकी खूबसूरती में चार चांद लगा रही है। आलिया की इस साड़ी पर जो फूल लगे थे, उन्हें भी हाथ से तैयार किया गया था। ये साड़ी इवेंट की थीम के हिसाब से परफेक्ट थी।

बेहद लंबा था पल्लु
उनकी इस साड़ी के पल्लु ने लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचा। दरअसल एक्ट्रेस के साड़ी का पल्लू काफी लंबा था, जिस पर सुनहरे रंग के काम के साथ फूल जोड़े गए थे। इसके अलावा गुलाबी -सफेद रंग फूल और हरे रंग की पत्तियां उनकी साड़ी के पल्लू को हाइलाइट कर रहीं थीं।

ज्वेलरी और मेकअप था खास
अपने इस लुक को पूरा करने के लिए आलिया ने बालों में मेसी बन बनाया था। इसके अलावा सिर पर पहनी हुई हेड ज्वेलरी की वजह से उनका लुक बेहद प्यारा दिख रहा था। एक्ट्रेस ने अपने हाथों में डायमंड की अंगूठियां पहनी थीं। इसके साथ ही कानों में हैवी ईयररिंग उनकी खूबसूरती को कई गुना बढ़ा रहे थे। वहीं अगर आलिया के मेकअप की बात करें तो आलिया भट्ट ने लाइट मेकअप करते हुए बेहद लाइट रंग की ही लिपस्टिक भी कैरी की थी।

साड़ी को बनाने में लगा इतना समय
आलिया ने अपनी पोस्ट में साड़ी की जो डिटेल साझा की हैं उसके हिसाब से उनकी इस साड़ी को बनाने में शिल्पकारों, कढ़ाई करने वालों, कलाकारों और रंगरेजों सहित 163 व्यक्तियों ने अपना योगदान दिया है। इसके साथ ही इस साड़ी को बनाने में कुल 1965 घंटे लगे।

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