पेटीएम पर भारतीय रिजर्व बैंक के एक्शन के बाद फूटा अशनीर ग्रोवर का गुस्सा

बिजनेस डेस्कः भारतीय रिजर्व बैंक ने बुधवार को पेटीएम पर बड़ी कार्रवाई करते हुए पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर नए ग्राहकों को जोड़ने पर रोक लगा दी थी। यह आदेश 29 फरवरी से लागू कर दिया गया है। फिनटेक कंपनी पर आरबीआई के कड़े कदम पर भारतपे के को-फाउंडर और शार्क टैंक इंडिया के जज रहे अशनीर ग्रोवर का गुस्सा फूटा है। उन्होंने आरबीआई के इस कदम पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि मुझे सच में आरबीआई का यह कदम समझ में नहीं आया है। क्या यह लोग फिनटेक बिजनेस को समाप्‍त करना चाहते हैं।

यह सभी कदम और नियम फिनटेक कंपनियों के खिलाफ हैं। इस तरह यह पूरे सेक्टर को ही खत्म कर देंगे। अशनीर ने इस मामले में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, प्रधानमंत्री कार्यालय को भी दखल देने की भी गुजारिश की है। पिछले 10 सालों में मार्केट कैप और रोजगार देने में स्टार्टअप की सबसे बड़ी भूमिका रही है। आज बड़े IIM और IIT के छात्रों को नौकरी पाने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही भारत में इस तरह फिनटेक कंपनी पर कार्रवाई को अशनीर ने ‘दोगलापन’ करार दिया है।

क्या है पूरा मामला?

बुधवार को रिजर्व बैंक ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर बड़ी कार्रवाई करते हुए 29 फरवरी से नए ग्राहकों को जोड़ने पर पूरी तरह से रोक लगा दिया है। बैंक ने इस एक्शन के बारे में जानकारी देते हुए कहा था कि PPBL आरबीआई के नियमों का उल्लंघन कर रहा था। ऐसे में बैंक ने अपनी जांच के बाद यह फैसला किया है। केंद्रीय बैंक ने यह कार्रवाई बैंकिंग विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 35ए के तहत की है। पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड पर लगे प्रतिबंध के बाद से PPBL ग्राहकों के खाते वॉलेट FASTag में डिपॉजिट/टॉप-अप को स्वीकार नहीं कर पाएगा।

पेटीएम ने दी सफाई

पेटीएम की पेरेंट कंपनी One 97 Communication Ltd. (OCL) ने आरबीआई के इस कदम पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कंपनी आरबीआई द्वारा दिए गए सभी दिशानिर्देशों का पालन करने की कोशिश कर रही है। इसके लिए कंपनी केंद्रीय बैंक के साथ मिलकर काम करेगी। कंपनी ने अपने ग्राहकों को भरोसा देते हुए कहा है कि भले PPBL फिलहाल नए ग्राहकों को नहीं जोड़ सकती है लेकिन पुराने ग्राहकों के पैसे खाते में पूरी तरह से सुरक्षित हैं जिसे वह जब चाहे निकाल सकते हैं।

Back to top button