मजीठिया ने कहा- आयोगों की बजाय किसी भी मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के सीटिंग जज से हो
होशियारपुर। अकाली दल यूथ के अध्यक्ष एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री विक्रमजीत सिंह मजीठिया ने पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कैप्टन सरकार द्वारा विभिन्न मामलों में जांच आयोग गठित करने पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा राज्य में किसी भी मामले की जांच आयोगों से नहीं सुप्रीम कोर्ट के वर्तमान जज से करवाया जाए।
यहां पत्रकारों से बातचीत में मजीठिया ने कहा कि कांग्रेस ने कभी भी पंजाब का हित नहीं सोचा। कांग्रेस की धोखाधड़ी किसी से छिपी नहीं है। मजीठिया ने कहा कि आज पंजाब की जनता परेशान है। चाहे वह नशे का मुद्दा हो या फिर बेरोजगारी का मामला हो।
मजीठिया ने कहा कि पंजाब में तीन आयोग बनाए गए। इन आयोगों में नियुक्त किए गए रिटायर्ड अधिकारी कहीं न कहीं दवाब में आ सकते हैं। ऐसे में इन आयोगों से निष्पक्ष जांच की उम्मीद नहीं की जा सकती है। इन आयोगों पर लाखों रुपये खर्च किए गए लेकिन बाद में फैसले कांग्रेस भवन में बैठकर लिए गए।
उन्होंने कहा कि जस्टिस नारंग आयोग में मंत्री को क्लीन चिट दे दी लेकिन जब रिपोर्ट जजों के आगे रखी गई तो वह रिजेक्ट कर दी गई। दूसरे जस्टिस मेहताब सिंह गिल आयोग में भी गड़बड़ी हुई और जस्टिस रणजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट भी कांग्रेस भवन में तैयार हुई है। उन्होंने मांग की कि जस्टिस रंजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट को सरकार विधानसभा में रखे। कांग्रेस अगर सही में इंसाफ पसंद है तो वह सुप्रीम कोर्ट के किसी सीटिंग जज से जांच करवाए।
मजीठिया ने कहा कि कांग्रेस पंजाब में माहौल खराब करना चाहती है, लेकिन हम ऐसा किसी कीमत पर होने नहीं देंगे। पंजाब में जिस भी संगठन को आइएसआइ की फंडिंग हो रही है उसकी जांच भी किसी सीटिंग जज से करवाई जानी चाहिए।
खैहरा के लिए अफसोस, चीमा को बधाई
बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि उन्हें अफसोस है कि आम आदमी पार्टी के विधायक सुखपाल सिंह खैहरा को नेता प्रतिपक्ष के पद से हटाया गया लेकिन गुरपाल सिंह चीमा के नेता विपक्ष बनने पर खुशी भी है। हमें दुख के साथ दुख और खुशी के साथ खुशी है। यह आप का आपसी मामला है।