नरेला स्थित राजकीय सर्वोदय कन्या विद्यालय नंबर-1 में एक छात्रा के परिजनों ने शिक्षिकाओं की पिटाई कर दी। पिटाई से पांच शिक्षिकाएं घायल हो गईं। उन्हें राजा हरीशचंद्र अस्पताल में भर्ती कराया गया है। स्कूल में हुए हंगामे पर पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
उक्त छात्रा नरेला स्थित सरकारी स्कूल में आठवीं कक्षा में पढ़ती है। बुधवार को स्कूल प्रशासन ने परिजनों को फोन कर उसके गैर-हाजिर होने की सूचना दी थी, जबकि परिजनों का कहना था कि बच्ची स्कूल गई है। वहीं, दोपहर को बच्ची घर पहुंच गई। इस बात से गुस्साए बच्ची के परिजनों ने बृहस्पतिवार को स्कूल में जमकर हंगामा किया और शिक्षिकाओं की पिटाई कर दी। परिजनों ने स्कूल पर लापरवाही का आरोप लगाया। आरोप है कि महिला शिक्षकों के कपड़े भी फाड़ दिए। भीड़ ने स्कूल का गेट तोड़ दिया। परिजनों का आरोप था कि स्कूल सीसीटीवी फुटेज दिखाकर साफ नहीं कर रहा कि लड़की कहां गायब हुई।
राजकीय विद्यालय शिक्षक संघ के प्रेस सचिव तपेेश्वर महतो ने बताया कि बच्ची के गैर-हाजिर देने की जानकारी देने के बाद भी परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए मार पिटाई की। राजकीय विद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष सीपी सिंह व वरिष्ठ उपाध्यक्ष यशपाल मलिक ने कहा कि शिक्षकों के साथ ऐसी वारदात बीते तीन साल में कई बार हो चुकी है, जिसके लिए पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की मांग करने पर भी सरकार व शिक्षा विभाग की नींद नहीं खुली। यदि शिक्षकों पर ऐसे ही हमले होते रहे, तो शिक्षक सड़क पर उतरकर आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।