महापर्व छठ: जानिए, क्या है सूर्य को अर्घ्य देने के सबसे शुभ मुहूर्त

सूर्य उपासना का महान पर्व छठ 11 नवंबर से शुरू होगा, जो 4 दिन तक चलेगा। इस चार दिवसीय त्यौहार की शुरुआत नहाय-खाय की परंपरा से होती है। यह त्योहार पूरी तरह से श्रद्धा और शुद्धता का पर्व है। इस व्रत को महिलाओं के साथ ही पुरुष भी रखते हैं। चार दिनों तक चलने वाले लोकआस्था के इस महापर्व में व्रती को लगभग तीन दिन का व्रत रखना होता है, जिसमें से दो दिन तो निर्जला व्रत रखा जाता है।महापर्व छठ: जानिए, क्या है सूर्य को अर्घ्य देने के सबसे शुभ मुहूर्त

अथर्ववेद में कहा गया है षष्ठी देवी भगवान सूर्य नारायण की मानस बहन हैं। प्रकृति के छठे अंश से षष्ठी माता का जन्म हुआ है। ये भी कहा जाता है की वह संतान की रक्षा करने वाली श्री हरि विष्णु की माया हैं। तभी तो जब बच्चा पैदा होता है तो छठे दिन छठी पूजी जाती है। इसके पीछे मान्यता है की ऐसा करने से बच्चे के सभी ग्रह-गोचर शांत रहते हैं। कुछ विद्वानों के अनुसार भगवान शिव और पार्वती के पुत्र कार्तिकेय की शक्ति हैं षष्ठी देवी।

ये हैं अर्घ्य देने के सबसे शुभ मुहूर्त
रविवार 11 नवंबर को नहाय-खाए है।

सोमवार 12 नवंबर को खरना लोहंडा की रस्म होगी।

सूर्य योग में दिया जाने वाला पहला अर्घ्य 13 नवंबर मंगलवार की शाम को दिया जाएगा।

बुधवार 14 नवंबर के दिन प्रात:कालीन अर्घ्य दिया जाएगा।

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