उधमपुर-रामबन में बारिश और लैंडस्लाइड से बंद हुई अमरनाथ यात्रा फिर शुरू
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श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर के उधमपुर और रामबन में भारी बारिश के बाद नेशनल हाईवे पर हुई लैंडस्लाइड की वजह से रोकी गई अमरनाथ यात्रा फिर शुरू हो गई है। तीर्थयात्रियों को जम्मू से श्रीनगर के बीच रोका गया था। एडमिनिस्ट्रेशन ने उन्हें जम्मू के बेस कैम्प में ही दिन गुजारने को कहा था। हालांकि, करीब 5-6 घंटे में रास्ता से चट्टान और मलबा हटा दिया गया। लगातार हो रही बारिश की वजह से रास्ते में अभी फिसलन है, ऐसे में एडमिनिस्ट्रेशन ने तीर्थयात्रियों को एहतियात बरतने की सलाह दी है।दोनों रास्तों से रोकी गई थी यात्रा…– श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के एक ऑफिशियल ने न्यूज एजेंसी को बताया कि बारिश और लैंडस्लाइड की वजह से बालटाल और पहलगाम, दोनों रास्तों से यात्रा रोकी गई थी।– उन्होंने कहा कि कुछ जगहों पर बारिश की वजह से रास्ता काफी फिसलन भरा भी हो गया है। इसलिए तीर्थयात्रियों को एहतियात बरतने के लिए कहा गया है।
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– बता दें कि खराब मौसम के बावजूद गुरुवार को 6000 से ज्यादा तीर्थयात्रियों ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए थे। गुरुवार को ही शिवलिंग का पहला दर्शन हुआ है।
2.3 लाख लोगों ने कराया रजिस्ट्रेशन– 28 जून को अमरनाथ यात्रा शुरू हुई थी। राज्य के डिप्टी सीएम निर्मल सिंह ने जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था।– पहले जत्थे में 4000 तीर्थयात्री बालटाल और पहलगाम के बेस कैम्प से रवाना हुए थे।
– इस बार 2.30 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। यह यात्रा 40 दिन तक चलेगी।अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमले का खतरा– कश्मीर घाटी में जारी हिंसा को देखते हुए इस बार अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमले का खतरा जताया गया है।
– कश्मीर जोन के आईजी मुनीर खान ने यात्रा शुरू होने से पहले आर्मी, सीआरपीएफ और रेंज के डीआईजी को लेटर भेजा था।
– इस लेटर में लिखा है, “अनंतनाग के एसएसपी को खुफिया सूचना मिली है, जिसमें खुलासा हुआ है कि आतंकियों को 100 से 150 श्रद्धालुओं और करीब 100 पुलिस ऑफिसर्स को मारने का निर्देश दिया गया है।”सिक्युरिटी में 40 हजार जवान तैनात
– 200 किलोमीटर की यात्रा के रास्ते पर तीर्थयात्रियों की सिक्युरिटी में करीब 40 हजार जवान तैनात किए गए हैं। इसमें लोकल पुलिस के साथ ही आर्मी, बीएसएफ और सीआरपीएफ की टीमें शामिल हैं।– सिक्युरिटी में कहीं कोई चूक न रहे, इसके लिए सैटेलाइट, ड्रोन कैमरे और बेस कैम्प में सीसीटीवी से नजर रखी जा रही है। बुलेट प्रूफ बंकर का भी इंतजाम किया गया है।– सीआरपीएफ के स्पेशल डायरेक्टर जनरल एसएन श्रीवास्तव ने कहा कि इस बार की अमरनाथ यात्रा सबसे कड़ी सिक्युरिटी वाली है।