अलीगढ़ में लंबे समय से रामचरित मानस का पाठ करने वाले मुस्लिम युवक को बंगों ने पीटा, केस दर्ज

धर्म-संप्रदाय से ऊपर उठकर काम करने वालों का कृत्य धर्म के ठेकेदारों को जरा भी सुहा नहीं रहा है। तालानगरी अलीगढ़ में भी एक ऐसा मामला सामने आया है। यहां पर लंबे समय से रामचरित मानस का पाठ करने वाले मुस्लिम युवक को कल दबंगों ने जमकर पीटा। इतना ही नहीं, वह लोग रामचरित मानस को भी ले गए। मुस्लिम युवक की शिकायत पर दबंगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

अलीगढ़ के देहलीगेट क्षेत्र के महफूज नगर गोश्त वाली गली निवासी दिलशेर 1979 से रोज रामचरित मानस का पाठ कर रहे हैं। उनका यह काम कुछ लोगों को अच्छा नहीं लग रहा है। कल भी रामायण पढ़ रहे 55 वर्षीय श्रद्धालु दिलशेर को रामचरित मानस का पाठ करने के दौरान मुहल्ले के ही लोगों ने पीट दिया। इतना ही नहीं उनका हरमोनियम तोड़ दिया और यह दबंग रामायण (रामचरित मानस) भी उठा ले गए।

महफूज नगर निवासी दिलशेर (55) मीट फैक्ट्री में सिक्योरिटी गार्ड हैं। वह गुरुवार रात की ड्यूटी करके सुबह अपने घर आए और स्नान करने के बाद रामायण का पाठ करने बैठ गए। आरोप है इसी दौरान समीर व जाकिर समेत कुछ युवक घर में घुस आए। यह सभी लोग गाली-गलौज करते हुए मारपीट करने लगे। उनके बाजे को तोड़ दिया। आरोपितों ने कहा कि अगर यहां पाठ किया तो जान से मार देंगे। इसके बाद दबंग रामायण भी अपने साथ ले गए।

दिलशेर ने सूचना सिक्योरिटी एजेंसी के सुपरवाइजर को दी। उन्होंने पुलिस में शिकायत करने की सलाह दी। दिलशेर ने देहली गेट थाने पहुंचकर पीड़ा बताई। इस सूचना ने पुलिस में खलबली मचा दी। मामला एसएसपी तक पहुंचा तब दोनों लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई।

1979 से कर रहे पाठ

दिलशेर ने रामायण पाठ को अपनी आदत में शुमार कर लिया है। रोजाना नहाने के बाद रामायण पढऩा नहीं भूलते। कई चौपाइयां उन्हें याद हैं। वह गीता भी पढ़ते हैं। उन्होंने कहा कि 1979 से रामायण पाठ कर रहा हूं। इससे मेरे मन को सुकून मिलता है। इसी बात का कुछ लोग विरोध करते हैं। धमकाते हैं। हर वक्त जान को खतरा बना रहता है।

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