ब्रेक्जिट को बचाने के लिए ब्रिटिश पीएम ने यूरोपीय नेताओं से की मुलाकात

लंदन। ब्रेक्जिट समझौते को बचाने के लिए जी-जान से कोशिशों में जुटी ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरीजा मे मंगलवार को यूरोप के दौरे पर निकल पड़ी। उन्होंने यूरोपीय यूनियन (ईयू) के नेताओं से मुलाकात कर ब्रिटेन के लिए कुछ और रियायतों की मांग की, जिससे कि वह समझौते का समर्थन करने के लिए अपने सांसदों को मना सकें।

ब्रेक्जिट समझौते पर अपनी ही पार्टी के कुछ सांसदों के साथ ही विपक्षी दलों के विरोध को देखते हुए टेरीजा मे ने आखिरी क्षण में समझौते को संसद में पेश करने के फैसले को टाल दिया। पहले ब्रिटिश संसद में मंगलवार को ही समझौते पर बहस के बाद वोटिंग होनी थी।

टेरीजा मे हॉलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रूट से बातचीत करने हेग गई। उसके बाद जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल से मिलने बर्लिन पहुंचीं। वह ईयू के सदस्य देशों के नेताओं से उत्तरी आयरलैंड पर कुछ और रियायत चाहती हैं। हाउस ऑफ कॉमंस की नेता एंड्रिया लीड्सम ने बातचीत का हवाला देते हुए कहा कि ईयू आखिरी क्षणों तक बातचीत करने की स्थिति में है।

यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष जीन क्लाउड जंकर, जो ब्रसेल्स में मे के साथ बातचीत करेंगे, ने कहा कि ईयू समझौते पर दोबारा बातचीत नहीं करेगा, लेकिन और स्पष्टीकरण के लिए गुंजाइश बनी हुई है। उन्होंने जोर देकर कहा कि जो समझौता हुआ है वह श्रेष्ठ समझौता है और यही संभव समझौता भी है।

इस बीच, फ्रांस ने मंगलवार को चेतावनी दी कि अगर ब्रिटिश संसद ब्रेक्जिट समझौते को खारिज करती है तो यूरोपीय यूनियन को लंदन को बिना किसी समझौते के ही संघ से अलग करने के लिए तैयार रहना चाहिए। यूरोपीय मामलों के लिए फ्रांस की मंत्री नेथाली लुईस ने कहा कि यूरोपीय यूनियन से ब्रिटेन के अलग होने के लिए जो समझौता हुआ है, वही सबसे बेहतर और संभव समझौता है।

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