मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद डरे मुख्तार और सुंदर भाटी जैसे बदमाश, है कुछ ऐसा हाल

हमीरपुर। बागपत जेल में कुख्यात अपराधी मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद जेल में बंद अपराधियों में दहशत दिखाई दे रही है। वह जेलों को ही सुरक्षित मान रहे हैं। यही कारण है कि जिला कारागार में बंद पश्चिम उत्तर प्रदेश का शातिर बदमाश सुंदर भाटी ने मंगलवार को पेशी पर गाजियाबाद न्यायालय जाने से इन्कार कर दिया। अपने अधिवक्ता के माध्यम से गाजियाबाद कोर्ट को मेडिकल भिजवाया है।मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद डरे मुख्तार और सुंदर भाटी जैसे बदमाश, है कुछ ऐसा हाल

जिला कारागार में बंद सुंदर भाटी को बुधवार को गाजियाबाद कोर्ट में पेशी पर उपस्थित होना था। जिसे लेकर मंगलवार को जिला प्रशासन द्वारा उसे ले जाने को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। लेकिन, अचानक उसने जाने से इन्कार कर दिया और अपने अधिवक्ता के माध्यम से कोर्ट को मेडिकल भिजवा दिया।आरआइ बीके यादव ने बताया कि जेल में निरुद्ध बंदी सुंदर भाटी को मंगलवार को गाजियाबाद जाना था। जिसको लेकर कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए। बाद में जानकारी हुई कि उसने अपना मेडिकल कोर्ट में भेज दिया है। उसे बुधवार को गाजियाबाद न्यायालय में पेश होना था। 

बैरक से बाहर नहीं निकल रहे मुख्तार

बांदा : बागपत जेल में माफिया डान मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की सुरक्षा को लेकर जेल प्रशासन किसी प्रकार की चूक नहीं चाहता। विधायक की बैरक पर त्रिस्तरीय सुरक्षा पहरा लगा दिया गया है। अपने खास रहे बजरंगी की हत्या से सहमे मुख्तार न सोमवार को बैरक से निकले, न ही मंगलवार को। उनकी बैरक में किसी बंदी को जाने की इजाजत नहीं है। सीसीटीवी कैमरे के जरिए 24 घंटे बंदियों की हरकतों पर नजर रखी जा रही है। खुद अधिकारी रात-रातभर जाग रहे हैं।

जेल सूत्रों के मुताबिक मुन्ना बजरंगी की हत्या की सूचना मिलने के बाद से बैरक में ही हैं, बाहर नहीं आ रहे हैं। वह खाना-पीना भी ठीक से नहीं कर रहे हैं। जेल के हर व्यक्ति को वह संदिग्ध नजर से देख रहे हैं। डिप्टी जेलर तारकेश्वर ङ्क्षसह ने बताया कि बैरकों की दूसरे दिन भी सघन तलाशी ली गई। जेल की बाहरी सुरक्षा को चाक चौबंद किया गया है। पुलिस के साथ-साथ पीएसी भी तैनात की गई है। मुख्तार से मिलने वालों पर कड़ी नजर रखे जाने के निर्देश जारी किए गए हैं। फिलहाल मुख्तार से मिलने वालों की संख्या में खासी कमी आई है। दो दिन में उनसे मिलने के लिए कोई नहीं आया।

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