गौरतलब है कि सुनंदा 17 जनवरी, 2014 को लीला होटल के एक सुइट में मृत पाई गई थीं। इससे दो दिन पहले ही वे त्रिवेंद्रम से दिल्ली लौटी थीं। उन्होंने त्रिवेंद्रम में केरल इंस्टीट्यूट में स्वास्थ्य परीक्षण कराया था। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, सुनंदा के शरीर पर सुई का कोई निशान नहीं था। उनके हाथ में केवल कैनुला लगाने का एक निशान था।
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के अनुसार, चार्जशीट में आशंका व्यक्त की गई है कि सुनंदा पुष्कर ने खुद ही जहर एल्प्रेस गोलियां के रूप में लिया है। उनके कमरे में एल्प्रेस गोलियों के दो पत्ते मिले थे। इनमें तीन गोलियां थीं, जबकि 27 गायब थीं।
ऐसे में माना जा रहा है कि सुनंदा जीना नहीं चाहती थीं। इसी कारण उन्होंने एल्प्रेस की 27 गोलियां खुद ही खा लीं। पुलिस ने चार्जशीट में शशि थरूर को सुनंदा को खुदकुशी के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है। गौरतलब है कि सुनंदा के शरीर से एल्प्राजोलम नामक जहर मिला था। हो सकता है कि एल्प्रेस की गोलियां लेने से ही एल्प्राजोलम जहर बना और सुनंदा की मौत हो गई।