लॉकडाउन में घर-घर क्यों बांटे जा रहे कंडोम

न्यूज़ डेस्क

लखनऊ। देश में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन लगाया गया है। लोग घरों में है, किसी को भी बाहर निकलन की अनुमति नहीं है। ग्रामीण क्षेत्रों में लॉकडाउन का कड़ाई से पालन किया जा रहा है।

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ऐसे में यूपी के बलिया में स्थानीय प्रशासन ने लॉकडाउन के बाद जनसंख्या नियंत्रण को ध्यान में रखते हुए गांव-गांव में कंडोम के साथ माला-डी व परिवार नियोजन के अन्य किट बांटने के निर्देश हैं। अब तक लगभग 30 हजार कंडोम भी बांटे जाने की जानकारी मिल रही हैं।

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बलिया के एसीएमओ डॉ. वीरेंद्र प्रसाद की माने तो परिवार नियोजन किट बांटने का यह अभियान नया नहीं है। पहले से ही चल रहा है। लॉकडाउन में भी इसे जारी रखा गया है। उनके अनुसार ग्रामीण इलाकों में लॉकडाउन में मनोरंजन का साधन कम होते हैं, ऐसे में जनसंख्या न बढ़े इसे ध्यान में रखते हुए कंडोम बांटने वाले अभियान को जारी रखा गया है।

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आपको बता दें कि ये स्वास्थ्यकर्मी जब भी लोगों के बीच जा रहे हैं तो सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखते हैं। आशा कार्यकर्ता तथा एएनएम घर- घर जाकर लोगों को कोरोना वायरस से लड़ने के साथ परिवार नियोजन के फायदे बता रही हैं।

आशाएं जहां बच्चों में अंतर रखने और अनचाहे गर्भ से बचने के लिए महिलाओं को छाया टेबलेट दे रही हैं, वहीं पुरुषों को कंडोम वितरित किए जा रहे हैं। एक स्वास्थ्यकर्मी के मुताबिक लाॅकडाउन की वजह से दूसरे प्रदेशों में काम करने वाले मजदूर घर वापस आ गए हैं। परिवार नियोजन के लिहाज से यह समय अत्यधिक जरूरी है। इसलिए हम लोग परिवार नियोजन के फायदे बता रहे हैं।

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