दविंदर के साथ गिरफ्तार वकील ही आतंकी नेटवर्क का मुख्य साजिशकर्ता

हिजबुल कमांडर नवीद बाबा के साथ गिरफ्तार डीएसपी दविंदर सिंह मामले में एनआईए के हाथ कुछ अहम सुराग लगे हैं। इन दोनों के साथ पकड़ा गया वकील इरफान शफी मीर हिजबुल के आतंकी नेटवर्क का मुख्य साजिशकर्ता है। उसके फोनबुक में दो दर्जन से अधिक आतंकियों व ओजीडब्ल्यू के नाम हैं। इनमें से कुछ एनआईए के विभिन्न मामलों में मोस्ट वांटेड की सूची में हैं।

पूछताछ में एनआईए को पता चला है कि शोपियां के दियारू का इरफान शफी मीर ही दविंदर सिंह तथा नवीद बाबा के बीच की कड़ी रहा है। इसने ही आतंकियों को जम्मू भेजने के प्रबंध किए ताकि वह पीओके भाग सकें। नवीद, रफी अहमद तथा इरफान मीर इन तीनों की योजना थी कि जम्मू पहुंचने के बाद वे पाकिस्तान का दौरा करें। डीएसपी, नवीद व दो अन्य आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने कई स्थानों पर छापामारी की। डीएसपी के घर पर भी तलाशी ली गई।

इस मामले में अब तक छह लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। पूछताछ में पता चला है कि इरफान पांच बार पाकिस्तान जा चुका है। वह वैध पासपोर्ट पर पाकिस्तान गया और वहां हिजबुल के दफ्तर में जाकर संगठन के नेतृत्व से भी मिला। उसके सोशल मीडिया प्रोफाइल पर लिखा हुआ है कि हमेशा किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए। रिश्ते कभी कुदरती मौत नहीं मरते, उनको हमेशा इंसान कत्ल करते हैं।

इरफान शफी का पिता 1990 में हिजबुल का कमांडर रहा है और हिजबुल प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन का बॉडीगार्ड रहा है। पूछताछ में उसने एनआईए को बताया कि उसके पिता एक मुठभेड़ में मारे गए जब संगठन के किसी ने उनकी मौजूदगी की सूचना लीक कर दी। इसके बाद भी वह संगठन से नफरत करने के बजाय पीओके में संगठन के कमांडरों के संपर्क में रहा। एनआईए के सूत्रों ने बताया कि हिजबुल के सभी कमांडरों से पाकिस्तान में मिल चुका है। उसके सोशल मीडिया प्रोफाइल से यह स्पष्ट होता है कि वह पत्रकारों, बॉलीवुड कलाकारों तथा जम्मू-कश्मीर पुलिस के आधिकारिक अकाउंट को फॉलो करता है।
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