कर्नाटक में मंत्रिमंडल शपथ के बाद मप्र में शुरू होगा नया मिशन: कैलाश विजयवर्गीय…

मध्य प्रदेश में भाजपा के दो विधायकों के कांग्रेस को समर्थन देने के बाद बैकफुट पर चल रही भाजपा को पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बयान से नई राह मिल सकती है। रविवार को मप्र के राजनीतिक घटनाक्रम पर टिप्पणी करते हुए विजयवर्गीय ने कहा कि पहले कर्नाटक में मंत्रिमंडल की शपथ हो जाए, उसके बाद मप्र में अगले ‘मिशन’ पर काम शुरू होगा। उनके बयान के राजनीतिक मायने तलाशे जा रहे हैं।

विजयवर्गीय का कहना है कि उनकी पार्टी की मंशा सरकार गिराने की नहीं है लेकिन कांग्रेस के भीतर चल रही गुटबाजी और कांग्रेस नेताओं का अपने नेतृत्व पर से विश्वास खत्म होना, इस बात के संकेत हैं कि कांग्रेस खुद हिट विकेट करने पर आमादा है।

जयपुर में रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम को सुनने के बाद पत्रकारों से रूबरू हुए विजयवर्गीय ने कहा कि मन की बात कार्यक्रम का जनमानस पर काफी प्रभाव पड़ता है। उनके अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम को जन की बात बना दिया है और इसका जीता-जागता उदाहरण है स्वच्छता अभियान। विजयवर्गीय के अनुसार, मोदी ने स्वच्छता अभियान को एक मिशन के रूप में देश में लिया और आमजन की भागीदारी उसमें आज देखते ही बनती है। जयपुर प्रवास के दौरान विजयवर्गीय ने सदस्यता अभियान के तहत कुछ लोगों को पार्टी की सदस्यता भी दिलाई।

मप्र में जारी है राजनीतिक उथल-पुथल

पिछले बुधवार से मप्र में राजनीतिक उथल-पुथल का दौर जारी है। विधानसभा में विधि संशोधन विधेयक के दौरान भाजपा के दो विधायकों ने कांग्रेस का समर्थन किया था। इससे पहले कमलनाथ सरकार के गठन के समय से ही सरकार को अल्पमत की बताकर भाजपा की ओर से हमले किए जाते रहे हैं। बुधवार के घटनाक्रम के बाद से हालात बदले हैं और भाजपा बैकफुट पर है। विजयवर्गीय के ताजा बयान से मप्र के राजनीति में फिर किसी बदलाव की आहट के कयास लगाए जाने लगे हैं।

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