एफ 16 विमान मामले में रक्षा मंत्री सीतारमण ने अमेरिकी दावे को झुठलाया, दिया ये बयान

पाकिस्तान वायुसेना के बेड़े में एफ 16 विमान पूरे होने वाली अमेरिका की रिपोर्ट पर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने बयान दिया है। सीतारमण ने शनिवार को कहा कि विदेश नीति के पत्रकारों को मामले के तथ्यों की जांच करनी चाहिए। गुजरात के वडोदरा में एक संवाददाता सम्मेलन में रक्षा मंत्री ने कहा कि वायुसेना को एफ-16 का इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर मिला था।

इसके अलावा, रक्षा की तीनों विंगों द्वारा एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में एएम-आरएएएम मिसाइल का हिस्सा दिखाया था जिसका उपयोग केवल एफ-16 विमान के साथ किया जाता है। निर्मला ने आगे कहा कि अगर पाक ने एफ -16 विमान का इस्तेमाल भारत के खिलाफ नहीं किया था तो उसका पार्ट कैसे मिला। हमारे मिग -21 पायलट ने एक एफ-16 विमान को मार गिराया था। विदेश नीति पत्रिका के पत्रकारों को इन सभी तथ्यों की जांच करनी चाहिए। 

अंग्रेजी समाचार में छपी जानकारी के अनुसार, स्थिति की जानकारी रखने वाले भारतीय वायुसेना के अधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि वायुसेना के पास हवाई चेतावनी और नियंत्रण प्रणाली (एडब्ल्यूएसीएस), रडार फोटो, पाक वायुसेना के एफ-16 विमान के रेडियो-टेलीफोनी इंटरसेप्ट्स और ग्राउंड वायरलेस इंटरसेप्ट के रूप में पर्याप्त सबूत मौजूद हैं। 

इन सबूतों से साफ हो जाएगा कि भारतीय वायुसेना ने पाक के एफ-16 विमान को मार गिराया था। हालांकि अभी तक इन सबूतों को अमेरिका के साथ साझा नहीं किया गया है। 

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